मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे आज से डूंगरपुर जिले के दो दिवसीय दौर पर हैं। दौरे के पहले दिन सोमवार को मुख्यमंत्री राजे जिले के गेप सागर झील के पास स्थित श्रीनाथजी मंदिर में दर्शनों के लिए पहुंची। यहां उन्होंने मंदिर में भगवान के दर्शन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने साधु-संतों से आशीर्वाद लेते हुए कहा, ‘मु तमारो आशीर्वाद लेवा आवी हूं, मारे उपर पूरो आशीर्वाद राकजू..।‘ मुख्यमंत्री राजे के यह कहने पर सभी साधु-संतों ने एक स्वर में ’विजयी भव’ कहकर श्रीमती राजे को आशीर्वाद दिया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद करीब 50 साधु-संतों का श्रीफल भेंट कर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।
ईश्वर से सीधा जुड़ना है तो पूज्य संत-महात्मा और गुरूजन एक माध्यम और निमित्त का काम करते हैं। मैंने बीते साढ़े चार साल में जनता से किए वादों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरने में हम सफल रहे हैं। आने वाले समय में हम पूरे प्रदेश की जनता से भी आशीर्वाद लेंगे। – मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे
इस अवसर पर यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, सांसद हर्षवर्द्धन सिंह, विधायक देवेन्द्र कटारा सहित अन्य गणमान्य एवं आमजन उपस्थित थे।
गेप सागर की खूबसूरती को बनाए रखें: राजे
श्रीनाथ मंदिर में दर्शन करने से पहले मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने गेप सागर झील पहुंचकर यहां की खूबसूरती को निहारा और चल रहे विकास एवं सौन्दर्यीकरण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने नगर परिषद् सभापति के.के.गुप्ता को झील में स्वच्छता का विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने इसके बाद शहर के अस्पताल रोड स्थित वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर वागड़ क्षत्रिय महासभा एवं प्रताप स्मारक समिति से जुड़े राजपूत समाज के प्रबुद्ध लोगों ने मुख्यमंत्री राजे का मालाएं पहनाकर स्वागत किया।
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