राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अजमेर जिले के ब्यावर स्थित नन्द नगर पहुंची। उन्होंने वहां सिलेंडर फटने से हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। सीएम राजे इसके बाद ब्यावर के राजकीय अमृत कौर चिकित्सालय, ब्यावर एवं जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, अजमेर पहुंची। उन्होंने वहां भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। साथ ही उन्होंने चिकित्सकों को घायलों के बेहतर उपचार के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि घायलों के उपचार में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाए। उन्होंने जिला प्रशासन और राहत कार्य में लगी टीमों को निर्देश दिए कि अभी भी कुछ लापता लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। ऐसे में राहत कार्य पूरी तरह तकनीकी रूप से एवं सावधानी पूर्वक चलाए जाएं ताकि अगर कोई मलबे में जीवित हो तो उसे सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। उन्होंने राहत कार्य शीघ्र शुरू करने के लिए जिला प्रशासन की सराहना भी की। बता दें, सीएम राजे शनिवार को यहां पहुंची थी।
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये सहायता की सीएम ने की घोषणा
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ब्यावर सिलेंडर फटने से हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपये एवं घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की। राजे ने कहा कि गैस सिलेण्डर विस्फोट से जिन मकानों को क्षति पहुंची है, उन मकानों का पीडब्ल्यूडी से आंकलन कराकर नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने अजमेर कलक्टर गौरव गोयल को निर्देश दिए कि इस संबंध में यथाशीघ्र कार्यवाही प्रारम्भ कर पीड़ितों को राहत प्रदान करें। उन्होंने हादसे के कारणों और अब तक किए गए राहत एवं बचाव कार्यों की भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने नसीराबाद छावनी के अधिकारियों से बातचीत कर निर्देश दिए कि हादसे से जमा मलबे को हटाने में सेना भी मदद करे। इसके बाद सेना ने भी राहत कार्यों में प्रशासन की मदद करना दिया शुरू कर दी।
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मुख्यमंत्री राजे ने प्रशासनिक जांच कराए जाने के आदेश किए जारी
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हादसे की प्रशासनिक जांच कराए जाने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। इसके लिए राजस्व मण्डल, अजमेर के अध्यक्ष को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। हादसा की जांच के बाद जांच अधिकारी राज्य सरकार को एक माह में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। हादसे के कारणों की जांच करने के साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुझाव भी देंगे। बता दें कि ब्यावर सिलेंडर हादसे में मरने वालों की संख्या 19 पहुंच गई है। रविवार को बिल्डिंग के मलबे से दूल्हे की मां सहित 10 और लोगों के शव मिले हैं। यह हादसा शुक्रवार (16 फरवरी) की शाम को एक शादी समारोह के दौरान हुआ था। ब्यावर के नंदनगर स्थित कुमावत समाज भवन में शाम सवा छह बजे एक सिलेंडर फट गया था।