राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नागौर जिले के अपने तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन गुरुवार को मकराना पहुंचीं। उन्होंने मकराना में विभिन्न पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। सीएम राजे ने राजस्थान ग्रामीण पेयजल एवं फ्लोराइड निराकरण परियोजना के कार्यों के लोकार्पण तथा मकराना शहर एवं मकराना तहसील के 119 गांवों, परबतसर शहर तथा परबतसर तहसील के 110 गांवों में नहरी पेयजल वितरण परियोजना के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने जनता से जो वादे किए, उन्हें पूरा किया है। सरकार को भी जनता का भरपूर प्यार और आशीर्वाद मिला। यह प्यार ही सरकार की असली ताकत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जनता के इस विश्वास को कभी टूटने नहीं देंगे।
मकराना की जनता ने जो सपना देखा था, वह आज साकार हो गया
सीएम राजे ने कहा कि मकराना में पेयजल की विकट समस्या थी। माताओं और बहिनों को सिर पर घड़ा रख कोसों दूर से पानी लाना पड़ता था। गुणवत्ताहीन पानी से यहां के लोगों को दांतों, घुटनों और हड्डियों की समस्याओं का सामना करना पड़ता था। मैंने वादा किया था कि विश्वास रखें, आपकी मुसीबत कुछ ही दिनों में दूर हो जाएगी। खुशी है कि मकराना की जनता ने जो सपना देखा था, वह आज साकार हो गया। सरकार की मेहनत रंग लाई और मकराना के घर-घर में हिमालय का मीठा पानी पहुंच गया है। मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि उन्होंने कभी झूठे वादे नहीं किए। जो वादा किया, उसे पूरा भी किया। वर्ष 2013 में सरकार संभाली तो सरकार पर ढाई लाख करोड़ रुपए का कर्ज था। सीएम राजे ने कहा कि अकेला आदमी कुछ नहीं कर सकता। यदि सभी साथ जुट जाएं तो विकास की नई इबारत लिखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सड़क तंत्र सुदृढ़ीकरण हो या किसानों की कर्जमाफी और चाहे 12 साल तक की बालिका के साथ दुष्कर्म पर फांसी की सजा का प्रावधान, सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व पहल की है।
नागौर पेयजल परियोजना पर खर्च किए जा रहे हैं 4 हजार करोड़ रुपए
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि नागौर पेयजल लिफ्ट परियोजना के तहत जिले में 4 हजार करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। इससे बीकानेर से परबतसर के अंतिम छोर तक लोगां को हिमालय का मीठा पानी मिल सकेगा। परियोजना से मकराना के सवा लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे। पहले मकराना को 12 से 15 दिन में एक बार पानी मिलता था, अब एक-दो दिन में पानी मिल सकेगा। आज से मकराना शहर को प्रतिदिन 120 लाख लीटर पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे प्रतिदिन प्रति व्यक्ति सौ लीटर पानी मिल जाएगा। सीएम राजे ने कहा कि 193 करोड़ रुपए की लागत से मकराना तहसील के 119 गांवों और 360 ढाणियों में भी शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा। मकराना शहर और गांवों को 15 करोड़ से बने बुडसु हैडवर्क्स से पेयजल उपलब्ध होगा। इस हैडवर्क्स पर मकराना के लिए 466 हॉर्सपावर के पम्प लगाए गए हैं। बहुत जल्द कुचामन और नावां तक भी पेयजल पहुंच जाएगा। परबतसर में अगस्त में कार्य शुरू कर जुलाई 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा।
मृतकों के प्रति जताई संवेदना, पुष्पमालाओं से स्वागत भी नहीं करवाया
सीएम राजे ने बुधवार को आए आंधी-तूफान में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने मकराना में समारोह के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए और पुष्पमालाओं से स्वागत भी नहीं करवाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र की जनता ने उन्हें जिम्मेदारी की चुनरी ओढ़ाई है। सरकार भी इस जिम्मेदारी को निभाने का पूरा प्रयास कर रही है और इसे ध्यान रखते हुए सिर्फ नागौर में पिछले साढे़ चार वर्षों में लगभग 21 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए जा चुके हैं। इनमें से 2 हजार करोड़ रुपए केवल मकराना में खर्च हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क सुदृढ़ीकरण पर गत साढ़े चार वर्षों में 1 लाख 1 हजार करोड़ रुपए व्यय किए गए हैं, जो अपने आप में इतिहास है। सरकार द्वारा प्रदेश के 125 मंदिरों में 600 करोड़ रुपए की लागत से जीर्णोद्धार कार्य करवाए जा रहे हैं। संतों और महापुरूषों के पैनोरमा बनाए जा रहे हैं।
बुड़सु हैडवर्क्स से जल वितरण का किया शुभारंभ और की कई घोषणाएं
सीएम राजे ने यहां बुडसु हैडवर्क्स से जल वितरण का शुभारम्भ किया। महिलाओं ने मंगल कलश धारण कर हिमालय का मीठा पानी पहुंचने पर मुख्यमंत्री राजे का अभिनंदन किया। राजे ने यहां सालासर, पुष्कर, मकराना और परबतसर के 24 गांवों में 106 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए 96 करोड़ रुपए, 26 किलोमीटर लम्बे मकराना बाइपास के लिए 37 करोड़ रुपए, बोरावड़-मंगलाना की 38 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए 82 करोड़ रुपए की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 96 करोड़ रूपए की लागत से बोरावड़-खाटू की 36 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य प्रगतिरत है, इसे जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।