जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिपरिषद की बैठक में बगावत करने वाले सचिन पायलट खेमे के मंत्रियों पर फिर तंज कसा। सीएम गहलोत ने कहा कि आप मंत्री इसीलिए हो कि 80 लोग छोड़कर नहीं गए। और हम आज मंत्रिपरिषद की बैठक कर रहे हैं। सीएमआर में हुई इस अनौपचारिक बैठक में केसी वेणुगोपाल और प्रभारी महासचिव अजय माकन के सामने सीएम गहलोत ने पुराने दिन याद किए। हालांकि इस बीच मंत्री मुरारी मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अब 19—19 बोलना बंद कर दीजिये।

बैठक में बगावत को याद किया
सीएम निवास पर हुई मंत्रिपरिषद की अनौपचारिक बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रभारी अजय माकन की मौजूदगी में गहलोत ने नाम लेकर पायलट खेमे के मंत्रियों-विधायकों की बगावत को याद किया। गहलोत ने कहा कि कई मंत्री अब भी दरवाजे बंद रखते हैं। यह ठीक नहीं है। सबको दरवाजे खुले रखने होंगे और फील्ड में जनता को सुनना होगा। गहलोत ने सचिन पायलट कैंप की बगावत का जिक्र छेड़ दिया। मंत्रियों को सुनवाई करने की नसीहत देने के दौरान ही गहलोत ने पायलट कैंप के मंत्रियों-विधायकों पर तंज कसा।

30 नवंबर को भी कसा था तंज
30 नवंबर को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में रैली की तैयारी बैठक में गहलोत ने नाम लिए बिना पायलट कैंप के विधायकों पर तंज कसा था। गहलोत ने 30 नवंबर को बैठक में कहा था- 19 लोग छोड़कर चले गए थे तो उस वक्त सरकार संकट में आ गई थी। हमारे निर्दलीय साथियों, बसपा से कांग्रेस में आने वाले सा​​थियों ने अगर साथ नहीं दिया होता तो सरकार नहीं बचती। इन साथियों का सरकार बचाने में दिए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।

गहलोत-पायलट खेमों के बीच कोल्ड वार जारी
सीएम गहलोत के तेवरों से यह साफ हो गया है कि दोनों खेमों के बीच कोल्ड वोर अभी खत्म नहीं हुआ है। हाईकमान के दबाव में सियासी मजबूरी के कारण गहलोत-पायलट एकता का भले दावा करें, लेकिन हकीकत में ज्यादा कुछ नहीं बदला है। दोनों तरफ टीस बरकरार है। सचिन पायलट भी इशारों में निशाना साध चुके हैं।