जयपुर। राजस्थान में 18 मार्च के बाद से लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। देश के साथ अब प्रदेश में भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग कहना है कि 21 मार्च से एक बार फिर बारिश और मेघगर्जन की संभावना है। 21 मार्च से सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक और प्रेरित परिसंचरण बनने की संभावना है। इस तंत्र के प्रभाव से प्रदेश के कई जिलों में तीन चार दिनों तक मेघ गर्जन और बारिश की संभावना बन रही है। इसका सबसे ज्यादा असर 21 और 22 मार्च को नजर आएगा। मौसम विभाग के अनुसार आज बारां, कोटा और झालावाड़ जिले में मेघगर्जन और बिजली चमकने की संभावना है।

21 से 23 मार्च कई जिलों में रहेगा असर
प्रदेश में 21 मार्च से होने वाले बदलाव से पहले शनिवार को भी कई जिलों में बादल छाने की आशंका जताई जा रही है। वहीं रविवार 21 मार्च को जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, चूरू, झुंझुनू, बीकानेर,सीकर,नागौर,हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और अलवर में मेघ गर्जन की संभावना जताई जा रही है। वहीं सोमवार को अजमेर, झालावाड़,बीकानेर, जोधपुर, भीलवाड़ा, पाली, भरतपुर ,सीकर, झुंझुनू, जयपुर, अलवर, दौसा, टोंक ,सवाई माधोपुर ,करौली, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरु, जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर जिले में कहीं-कहीं मेघ गर्जन के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।

कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार बारिश के साथ प्रदेश के कुछ स्थानों में तूफान के भी आसार है। बताया जा रहा है कि आगामी दो दिनों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से तेज हवाएं भी चल सकती हैं। वहीं कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी हो सकती है। इधर मौसम में अचानक हुए बदलाव के कारण किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।