इसमें कोई शक नहीं कि भाजपा की वसुन्धरा सरकार आने के बाद सरकारी स्कूल के बच्चे परिणाम व ज्ञान में प्राइवेट विद्यालयों के बच्चों की बराबरी करने लगे हैं। अब जल्दी ही कम्प्यूटर शिक्षा में भी अन्य स्कूलों को टक्कर देने की तैयारी होने लगी है। यह संभव होगा राजस्थान सरकार की क्लिक योजना 2018-19 की बदौलत। इस योजना की वजह से अब प्रदेश के सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थी भी जल्द ही कम्प्यूटर चलाते नजर आएंगे। इससे पहले तक कम्प्यूटर की पढ़ाई के लिए उन्हें बडी क्लास या कॉलेज जाने इंतजार करना पड़ता था पर अब ऐसा नहीं होगा। शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन 30 सितंबर तक कराया जा सकता है।
क्या है सरकार की क्लिक योजना
पिछले वर्ष प्रदेश में शुरू की गई क्लिक योजना में इस बार सरकार ने संशोधन किया है। इस योजना के तहत राजस्थान नॉलेज कॉपरेशन लिमिटेड (आरकेसीएल) के माध्यम से सरकारी स्कूल के बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है। डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए यह योजना शुरू की गई है।
योजना के लिए जरूरी योग्यताएं
1. योजना के तहत कक्षा 6 से 10 तक कम से कम 100 बच्चों का नामांकन जरूरी है।
2. यह योजना उसी स्कूल में शुरू होगी जहां कम्प्यूटर लैब है। लैब बनवाने का प्रयास भी किया जा रहा है।
3. कक्षा 6 से 8 तक 80 रुपए तथा 9 से 10 तक के विद्यार्थियों को 110 रुपए प्रति माह देना होगा।
क्लिक योजना के लाभ
1. कार्यक्रम में भाग लेने के बाद सरकारी स्कूल के बच्चों को कम्प्यूटर सीखने या पढ़ाई करने के लिए कॉलेज तक का इंतजार नहीं करना होगा। कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी छोटी क्लास से ही मिल जाएगी।
2. योजना में पंजीकृत विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम पूरा करने तथा शुल्क जमा करने वाले विद्यार्थियों को आरकेसीएल की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
3. आईसीटी, भामाशाह, सांसद एवं विद्यायक क्षेत्रीय विकास योजना या विद्यालय विकास कोष के माध्यम से उपलब्ध कम्प्यूटर व संसाधनों से लैब स्थापित होगी।
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