चित्तौड़गढ़ का किला शुक्रवार और शनिवार को पयटकों के लिए बंद रखा जाएगा। पद्मावती फिल्म के खिलाफ करणी सेना और विरोध करने वाले संगठनों ने चित्तौड़ बंद का ऐलान किया है। राजस्थान में करणी सेना व हिंदू संगठनों द्वारा कराए जा रहे बंद के ऐलान और आंदोलनों को देखते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के इंतज़ाम कड़े कर दिए हैं। सर्वसमाज संगठन से जुड़े जौहर स्मृति संस्थान के अध्यक्ष उम्मेदसिंह धौली के ने किला पर्यटकों के लिए बंद कराए जाने की पुष्टि की है। सूचना के अभाव में पर्यटक किले को देखने के लिए पहुंच रहे हैं जिन्हें करणी सेना के कार्यकर्ता गुलाब का फूल देकर वापिस लौटा रहे हैं। आपको बता दें कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी आंदोलन को लेकर दुर्ग पर पर्यटकों के प्रवेश को बंद रखा गया है। दूसरी ओर, चित्तौड़ के किले के पहले प्रवेशद्वार पाडनपोल पर पद्मावती फिल्म के विरोध में दिया जा रहा धरना शुक्रवार को भी जारी है। आज धरने का लगातार 9वां दिन है।
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वहीं राजस्थान भर में पद्मावती के विरोध के चलते पहली बार ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ शाही ट्रेन की सवारी चित्तौड़ नहीं पहुंचेगी। हंगामे और प्रदर्शन को देखते हुए आईआरसीटीसी ने शाही ट्रेन के पर्यटकों को चित्तौड़ दुर्ग दिखाये बिना ही सीधे उदयपुर ले जाने का फैसला लिया है। वैसे भी करणी सेना ने शुक्रवार व शनिवार को चित्तौड़गढ़ बंद रखने की ऐलान पहले ही कर दिया था। इसे देखते हुए ही यह फैसला लिया गया है।
आपको बता दें कि फिल्म पद्मावती में चित्तौड़ की महारानी पद्मावती और मुस्लिम शासक अलाउद्दीन खिलजी के बीच प्रेम प्रसंग को दिखाए जाने का राज्यभर में विरोध किया जा रहा है। पहले केवल राजपूत समाज इस फिल्म का विरोध कर रहा था लेकिन अब शिवसेना सहित कई हिन्दू संगठन भी विरोध में उतर गए हैं और फिल्म रिलीज की मांग कर रहे हैं। इस फिल्म् में दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर ने प्रमुख भूमिका निभाई है।
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