बीकानेर। मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा ने मंगलवार को ब्रह्म बगीचा परिसर में पौधारोपण किया। उन्होंने यहां राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाजों के साथ राज्य सरकार की खेलों से जुड़ी योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। इस दौरान विशेषाधिकारी शर्मा का सम्मान किया गया।
एकलव्य तीरंदाजी अकादमी की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा है कि राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ी, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्णिम सफलता हासिल करें, जिससे खेलों के मानचित्र पर प्रदेश का नाम रोशन हो। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक विजेता खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपए प्रोत्साहन स्वरूप दिए जा रहे हैं। सरकारी नौकरियों में खेलों का कोटा निर्धारित किया गया है। वहीं खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न नौकरी दी जा रही है।
उन्होंने राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों को राजस्थान के खेलों के इतिहास का महत्वपूर्ण अध्याय बताया और कहा कि इसने सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी प्रेम को और अधिक प्रगाढ़ किया। इन खेलों में 30 लाख से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिससे नए खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी मिला। इस दौरान उन्होंने तीरंदाजी भी की तथा युवाओं से लक्ष्य निर्धारित करते हुए इसके लिए पूर्ण समर्पण के साथ जुड़ने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में डॉ. भीमराव अंबेडकर के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल, सार्वजनिक प्रन्यास मंडल के पूर्व सदस्य हीरालाल हर्ष, जिला तीरंदाजी संगम के सचिव शक्ति रतन रंगा, इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य मनोज कुड़ी, पूर्व न्यासी अरविंद मिड्ढा तथा ऋषि व्यास मौजूद रहे। इससे पहले विशेषाधिकारी शर्मा ने मुक्ति नाथ महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की और पौधारोपण किया। वरिष्ठ कवि कथाकार राजेंद्र जोशी ने उन्हें मंदिर के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन अनिल जोशी ने किया। इस दौरान कोच मार्कंडेय पुरोहित, हिमांशु हर्ष और योगिता आचार्य आदि मौजूद थे।
शिक्षक संघों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
कार्यक्रम के दौरान राजस्थान शिक्षक संघ (भगत सिंह) के प्रदेश अध्यक्ष किशोर पुरोहित, राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित ने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इस संवेदनशील फैसले से लाखों सरकारी कार्मिकों का भविष्य सुरक्षित हुआ है। इस दौरान उन्होंने श्रेणी शिक्षकों के तबादले खोलने की मांग भी रखी। इस अवसर पर उप जिला शिक्षा अधिकारी (शाशि) अनिल बोड़ा, सुभाष जोशी, दिनेश चूरा आदि मौजूद रहे।