राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को मानगढ़ धाम में आदिवासियों के गुरु एवं समाज सुधारक गोविंद गुरु की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने गोविंद गुरु की आरती की और आदिवासियों में आजादी की अलख जगाने के लिए उनके योगदान को याद किया। मुख्यमंत्री राजे ने इस अवसर पर कहा कि संतों के आशीर्वाद से हमें जीवन में कठिन से कठिन कार्य में भी सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि गोविंद गुरु एक ऐसे ही संत थे, जिन्होंने आदिवासी समाज में न केवल अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति की अलख जगाई बल्कि समाज सुधार के लिए व्यापक कार्य किया।
राज्य सरकार वीर भूमि की गाथा जन-जन तक पहुंचाने के लिए कर रही कार्य
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि राजस्थान सहित मध्यप्रदेश और गुजरात के लोगों की मानगढ़ धाम में गहरी आस्था है। राज्य सरकार इस वीर भूमि की गाथा जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि यहां पर्यटकों की सुविधा के लिए सड़क निर्माण हेतु सरकार ने 3 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। यहां पेयजल की सुविधा के लिए 70 लाख रुपए स्वीकृत किए है। मुख्यमंत्री राजे ने मानगढ़ पहाड़ी को हरा-भरा बनाने के लिए पूरी पहाड़ी पर शीघ्र पौधारोपण करने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने संतों और गोविंद गुरु के संदेशों का प्रचार-प्रसार करने वाले भगतजनों के चरण छूकर आशीर्वाद लिया तथा धाम परिसर में कदम्ब का पौधा भी लगाया।
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सीएम ने जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय के निर्माण कार्य में किया श्रमदान
मुख्यमंत्री राजे ने करीब 9 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय का अवलोकन किया और निर्माण कार्य में श्रमदान भी किया। राजस्थान राज्य धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने उन्हें चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से संग्रहालय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जलदाय राज्यमंत्री सुशील कटारा, पूर्व मंत्री भवानी जोशी तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।