टोंक जिले के नगरफोर्ट थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा गांव में ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक की संदिग्ध मौत के मामले में मांगें नहीं माने जाने पर देवली-उनियारा विधायक हरीश मीणा व जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा का अनशन रविवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। नगरफोर्ट चिकित्सालय परिसर स्थित अनशन स्थल पर रविवार को चिकित्सकों ने दो बार उनके स्वास्थ्य की जांच की। राजस्थान के दोहरे मुख्यमंत्री गहलोत-पायलट जी के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
अनशनरत विधायकों का कहना है कि जब तक प्रशासन की ओर से उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, वे अनशन जारी रखेंगे। अनशन के दौरान करौली से बसपा विधायक लाखन सिंह मीणा, पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, टोंक के पूर्व विधायक अजीत मेहता, सवाईमाधोपुर के पूर्व विधायक मोतीलाल मीणा आदि पहुंचे और समर्थन दिया। मामले को लेकर अनुसूचित जाति जनजाति संयुक्त महासभा की ओर से टोंक में चल रहा धरना रविवार को भी जारी रहा।
पांच दिन से घरों में चूल्हे नहीं जले
मौत के बाद पांचवें दिन भी मृतक के घर चूल्हे नहीं जले। मौत के बाद से ही मृतक के परिवार के पुरुष नगरफोर्ट में चल रहे धरने पर हैं, जबकि महिलाएं घर पर हैं। 28 मई को उनियारा थाना पुलिस ट्रैक्टर-ट्रॉली का पीछा कर रही थी। पुलिस ने देर रात एक ट्रॉली को नगरफोर्ट थाना क्षेत्र में पकड़ लिया। इसमें चालक की मौत हो गई। ये चालक फतेहगंज परासिया थाना उनियारा निवासी भजनलाल (30) था। गांव के लोग व परिजन शव को एम्बुलेंस से नहीं उतरने दे रहे हैं। ऐसे में शव लेकर एम्बुलेंस नगरफोर्ट चिकित्सालय परिसर में 29 मई सुबह 7 बजे से खड़ी है। अब शव को एम्बुलेंस में डी-फ्रीज में रखाया है।
मृतक के परिजन मुख्यमंत्री गहलोत-पायलट से क्या मांग कर रहे हैं
मृतक के दोनों पुत्रों के नाम 20-20 लाख की एफडी, आश्रित को सरकारी नौकरी, सीबीआइ से मामले की जांच, पुलिस का निलम्बन व हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की जा रही है।
कांग्रेस सरकार में ही आंतरिक विपक्ष: राठौड़
इस मामले मेें उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि भाजपा कांग्रेस की सरकार को अस्थिर नहीं कर रही, बल्कि कांग्रेस सरकार में ही आंतरिक विपक्ष और असंतोष है। जोधपुर में रविवार को पत्रकारों से बातचीत में राठौड़ ने कहा कि पूर्व डीजीपी व कांग्रेस विधायक हरीश मीणा सहित अन्य विधायक धरने पर बैठे हैं। कांग्रेस में आंतरिक असंतोष है। पांच दिन से धरने पर बैठे विधायकों के प्रति भी सरकार संवेदनशील नहीं है। मुख्यमंत्री गहलोत-पायलट के मंत्री भरतपुर में बयान दे रहे हैं कि पुलिस पर नियंत्रण नहीं है। अब बजट सत्र में सरकार खुद के विधायकों के आक्रोश का सामना करेगी।
मुख्यमंत्री गहलोत-पायलट ने उठाया ये कदम
ट्रैक्टर चालक की मौत के बाद मचे बवाल पर हो रही राजनीति के बीच अब सरकार ने खाद्य एवं आर्पूित मंत्री रमेश मीणा को अधिकृत किया है। कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर देवली-उनियारा से विधायक हरीश मीणा आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। वहीं प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र सिंह राठौड़ भी सरकार पर आरोप लगा चुके हैं। मामले को बढ़ता देख मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वार्ता के लिए मंत्री रमेश मीणा को अधिकृत किया है। उनका सोमवार को वार्ता के लिए नगरफोर्ट जाने का कार्यक्रम बताया जा रहा है।
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