जयपुर। प्रदेश की राजधानी जयपुर में शहीद स्मारक पर सीएए और एनआरसी के विरोध में चल रहे धरने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे। सीएम गहलोत ने यहां अपने संबोधिन में कहा कि उन्हें घबराने की कोई जरूरत नही हैं। अशोक गहलोत ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत डिटेंशन सेंटर जाने वाले वे पहले व्यक्ति होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि देश में शांति और सद्भाव कायम करने के लिए केंद्र सरकार को सीएए वापस लेना चाहिए। क्योंकि, यह कानून संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। गहलोत ने अपने पुराने बयान को दोहराते हुए कहा कि राजस्थान में सीएए, एनआरसी और एनआरपी लागू नहीं करने दिया जाएगा।

डिटेंशन कैंप में किसी को नहीं जाने दूंगा
सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार आपके साथ है। नरेंद्र मोदी चुने हुए प्रधानमंत्री हैं तो मैं भी प्रदेश की जनता द्वारा चुना गया मुख्यमंत्री हूं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी व्यक्ति को डिटेंशन कैंप में नहीं जाने दिया जाएगा। अगर जाना पड़ा तो प्रदेश का मुखिया होने के नाते आपसे पहले मैं वहां जाऊंगा। नागरिकता संशोधन कानून की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि जो बात टेक्निकल रूप से लागू नहीं हो सकती उसे लागू करने का क्या तुक है। यह देश के संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। केंद्र सरकार को जन-भावना को समझते हुए कोई भी कानून बनाना चाहिए।

बीजेपी पर जड़े आरोप
सीएम गहलोत ने बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो देश को तोड़ने की बात करते हैं और कांग्रेस देश को जोड़ने की बात करती है। दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने बीजेपी को सबक सिखा दिया। इस दौरान मंत्री सुभाष गर्ग और कांग्रेस विधायक अमिन कागजी सहित विभिन्न अल्पसंख्यक संगठनों के नेता मौजूद थे।

सरकार को लोगों की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए
गहलोत ने कहा कि कानून बनाना सरकार का अधिकार है। लेकिन लोगों की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए। देशभर में प्रदर्शनकारियों को पकड़ा गया है। कई मुख्यमंत्री सीएए के खिलाफ हैं। हम चाहते हैं कि केंद्र अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा सरकार ने असम में एनआरसी लागू करने से इनकार कर दिया है। गहलोत ने आरोप लगाया कि असम में एनआरसी लागू होने का वहां की बीजेपी सरकार ही विरोध कर रही है। वहां हिंदू हो या मुसलमान सभी लोगों को इससे काफी परेशानी हुई है।