प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्य पर्यावरण सम्मान ‘चैम्पियन्स आॅफ अर्थ’ अवॉर्ड से सम्मानित किया है। प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सौर ऊर्जा के लिए गठबंधन करने और साथ ही साल 2022 तक भारत को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त करने के प्रण की वजह से दिया जा गया है। इसके साथ ही कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी सस्टेनेबल एनर्जी का नेतृत्व करने के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रधानमंत्री मोदी को टविट करके बधाई दी है।
Congratulate Hon’ble Prime Minister shri @NarendraModi on being awarded the UN #ChampionsOfTheEarth Award in the Policy Leadership category. A proud moment for #India – this award bears testimony to your determination and neverending efforts towards our nation’s transformation.
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) October 3, 2018
प्रधानमंत्री मोदी को पर्यावरण संरक्षण तथा जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों पर अंकुश लगाने के प्रयासों में सराहनीय नेतृत्व प्रदान करने के लिए ‘चैम्पियन्स आॅफ अर्थ’ सम्मान दिया गया है।
एक विशेष कार्यक्रम में पीएम मोदी ने यूनाइटेड नेशंस (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटारेश के हाथों यह सम्मान ग्रहण किया। इस सम्मान का ऐलान 26 सितंबर को यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (उंगा) के 73वें सत्र के दौरान न्यूयॉर्क में किया गया था। पीएम मोदी के अलावा पांच और व्यक्तियों और संगठनों को भी यह सम्मान दिया जाएगा। पीएम मोदी के अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो को भी यह पुरस्कार देने की घोषणा की गई थी।
इस वर्ष यह पुरस्कार ऐसे व्यक्तियों को दिया जा रहा है जिन्होंने वर्तमान समय में पर्यावरण से जुड़े समस्याओं दूर करने के लिए को साहसिक, नवीन और अथक प्रयास किए हैं। – यूएन पर्यावरण कार्यक्रम
यूएन चीफ गुटारेश ने पीएम मोदी को सम्मानित करते हुए कहा, ‘पीएम मोदी इस बात को समझते हैं कि क्लाइमेट चेंज आज हम सबके सामने एक बड़ा खतरा है। वदूसरे नेता भी इस बात को समझते हैं और खतरे को पहचानते हैं। लेकिन पीएम मोदी न सिर्फ इसे समझते हैं बल्कि इससे बचने के लिए काम भी करते हैं। वह जानते हैं कि इस नरसंहार से बचने के लिए हमें क्या करना है।’
बता दें, ‘चैम्पियन्स आॅफ अर्थ’ अवॉर्ड की शुरुआत 13 वर्ष पहले हुई। यह पुरस्कार सरकार में शामिल नेताओं के अलावा सिविल सोसायटी और प्राइवेट सेक्टर के ऐसे लोगों और संस्थाओं को दिया जाता है जिन्होंने अपने कामों के जरिए पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डाला होता है।
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