प्रदेश की मंडावा और खींवसर विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों को लेकर नई जानकारी सामने आई है। दरअसल खींवसर सीट पर प्रबल संभावना है कि भाजपा अपना प्रत्याशी नहीं उतारे। इसके संकेत नागौर सांसद और रालोपा प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने दिए है। बेनीवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा व रालोपा के बीच बना गठबंधन इस उपचुनाव में भी जारी रहेगा जिसके लिए बीजेपी नेताओं के साथ वार्ता भी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि खींवसर सीट पर रालोपा अपना प्रत्याशी उतारेगी, जबकि मंडावा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी का सपोर्ट किया जाएगा। दोनों ही सीटों पर गौर करे तो अब कांग्रेस के लिए रालोपा व भाजपा का गठबंधन परेशानी बन सकता है। अगर भाजपा खींवसर से अपना प्रत्याशी उतारती है तो इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है, हालांकि इसकी संभावना अब कम ही नजर आ रही है।

गठबंधन के साथ में चुनाव कैसे लड़ा जाए इसके लिए रालोपा और भाजपा नेताओं के बीच फाइनल मीटिंग होना बाकी है। भाजपा नेताओं ने भी चर्चा के बाद यह तय किया है कि खींवसर से जो भी प्रत्याशी होगा वो बेनीवाल से बातचीत के बाद ही निर्धारित किया जाएगा। कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को कहा कि वे रालोपा के सिंबल से किसी को भी खींवसर सीट प्रत्याशी नहीं बनाए। अगर कोई रालोपा का प्रत्याशी है भी तो उसे भाजपा के सिंबल पर चुनावी मैदान में उतारा जाए। उपचुनाव की तारीख के ऐलान के बाद दोनों पार्टियों के प्रत्याशी टिकट पाने के लिए लॉबिंग में जुट गए हैं।

भाजपा के बीच अभी तक यही कशमकश चल रही थी कि क्या रालोपा के साथ लोकसभा चुनाव के समय हुआ गठबंधन जारी रहेगा या नहीं। लेकिन हनुमान बेनीवाल की भाजपा नेताओं से हुई चर्चा के बाद सोमवार को इस पर लगभग विराम लग सा चुका है। गौरतलब है कि खींवसर सीट से हनुमान बेनीवाल ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की है।