सड़क किनारे अपने रिश्तेदारों के इंतजार में खड़े तीन भाइयों को बस ने कुचल दिया। हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया। हादसा शुक्रवार देर शाम पाली जिले के गुड़ा एंदला इलाके में हुआ। मरने वाले तीनों युवक मामा-बुआ के बेटे थे।
थानाप्रभारी प्रेमप्रकाश ने बताया कि हादसा पेनावा और साकदड़ा के बीच हुआ। 25 वर्षीय जेताराम पुत्र वजाराम देवासी, निवासी पैरवा, 18 वर्षीय अमराराम पुत्र मंगलाराम देवासी, निवासी गुड़ा एंदला और 18 वर्षीय कानाराम पुत्र रूपाराम देवासी, निवासी जालोर जिले के मोहिवाड़ा की दुर्घटना में मौत हो गई।
युवकों के रिश्तेदार नारायण लाल ने बताया कि तीनों नमकीन और कुरकुरे की एजेंसी पर सेल्समैन थे। शुक्रवार को वह डरी गांव रिश्तेदारी में अपने भाई के कार्यक्रम में जा रहा था। वे पेनावा से पैदल ही निकले और मामाजी के मंदिर के पास गाड़ी का इंतजार करते रहे।
इस दौरान भंवरलाल और उसका एक अन्य रिश्तेदार बाइक पर आए। उसने कहा कि कार आ रही है, तीनों उसमें बैठ जाएं। दोनों बाइक खड़ी कर मंदिर में दर्शन करने चले गए। तीनों युवक सड़क किनारे खड़े होकर कार का इंतजार करने लगे। इसी दौरान तेज गति से आ रही एक निजी बस ने तीनों को कुचल दिया और उनकी मौके पर ही मौत हो गयी।
हादसे के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। परिजन तीनों युवकों को बांगड़ अस्पताल लेकर पहुंची और पुलिस व परिजनों को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निजी बस को जब्त कर लिया। टक्कर के बाद बस का ड्राइवर भाग गया, जिसकी तलाश की जा रही है। घटना की जानकारी मिलने पर सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत, पुखराज पटेल सहित कई जनप्रतिनिधि भी पहुंचे।