बूंदीः लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला बुधवार को बूंदी जिले में विभिन्न समाजों की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने सामूहिक विवाह सम्मेलनों को सामाजिक बदलाव की बड़ी पहल बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से वर-वधु को पूरे समाज का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वैवाहिक जीवन की शुरूआत में उनके लिए इससे बड़ा तोहफा नहीं हो सकता।
बेटे-बेटियों की शिक्षा पर लगाएं धन
देई धाम में आयोजित अखिल भारतीय आदिवासी मीणा समाज की ओर से आयोजित सामुहिक विवाह सम्मेलन को संबोधित करते हुए *बिरला* ने इसे समाज की प्रशंसनीय पहल बताया। उन्होंने कहा कि कभी संघर्षों और चुनौतियों के बीच जीने वाला मीणा समाज आज हर क्षेत्र में अग्रणी है। प्रशासनिक क्षेत्र में भी इस समाज ने बड़ी उपलब्धियां प्राप्त की है। यह समाज की विचारधारा में आ रहे सकारात्मक बदलाव का ही परिणाम है कि सामूहिक विवाह सम्मेलन के माध्यम से विवाह की खुशियों को परिवार की जगह समाज का उत्सव बनाया जा रहा है। सामुहिक विवाह सम्मेलन में गरीब और अमीर, सभी के बेटे-बेटियों का विवाह हो। इससे जिस धनराशि की बचत हो उसका उपयोग बेटे-बेटियों की शिक्षा पर किया जाए। इसका समाज को दूरगामी लाभ मिलेगा।
संस्कृति को संरक्षित-संवर्धित कर रहा है ब्राह्मण समाज
तालेड़ा के तीन धारा क्षेत्र में महर्षि गौतम आश्रम में आयोजित गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में स्पीकर बिरला ने कहा कि महर्षि गौतम की शिक्षाओं पर चलते हुए समाज ने संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन का सराहनीय कार्य किया है। समाज ने महर्षि गौतम के विचारों से प्रेरणा पाकर जो सामाजिक बदलाव किए उनमें सामूहिक विवाह सम्मेलन भी प्रशंसनीय पहल है। उन्होंने कहा कि खुशी की बात है पूरा समाज आज दो परिवारों के नए संबंधों को उत्सव मना रहा है। इस पहल को हमें मिलकर और बढ़ावा देने की आवश्यकता है।