जयपुर। प्रदेश के दौसा जिले के सिकराय उपखंड में एक भैंस ने अनोखे बच्चे को जन्म दिया है। यहां भैंस के दो धड़ वाला बच्चा (पाडा) हुआ। ​इसके सिर और पैर अलग-अलग थे। इस बच्चे के आठ पैर, दो मुंह और चार आंखें थी। हालांकि यह विचित्र बच्चा जन्म लेने के बाद ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाया। इस अनोखे भैंसे के जन्म की चर्चा सुनकर आसपास के लोग उसे देखने के लिए भी आए। इस भैंसे ने 16 अक्टूबर को दिन में जन्म लिया था। करीब 12 घंटे जिंदा रहने के बाद देर रात उसकी मौत हो गई।

ऐसे भ्रूण को ‘डिस्टोकिया’ कहते है
यह अनोखी घटना सिकराय इलाके के गीजगढ़ की नाथ वाली ढाणी की है। पशुपालन विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. हीरालाल बैरवा ने बताया कि पशुओं में इस प्रकार के भ्रूण के जन्म की प्रक्रिया को ‘डिस्टोकिया’ कहा जाता है। यह डिस्टोकिया बहुत क्रिटिकल था लेकिन डॉक्टर ने तत्परता दिखाते हुए पूरी सजगता के साथ सिर्फ 10 मिनट भैंस के गर्भ से 2 भ्रूण निकाले। राहत की बात यह रही कि दोनों भ्रूण जिंदा बाहर निकले। गीजगढ़ क्षेत्र में संभवतया यह पहला मामला है।

जरा भी लापरवाही पड़ सकती है महंगी
डॉ. हीरालाल बैरवा ने कहा कि गाय-भैंस जैसे पशुओं में बच्चे देने में आने वाली इस समस्या को डिस्टोकिया कहा जाता है। इसमें गर्भवती पशु के बच्चे का प्रसव तब कराना होता है जब उसने गर्भावस्था का कार्यकाल पूरा कर लिया हो। लेकिन पशु बिना सहायता के बच्चे को जन्म देने में सक्षम नहीं होता है। अगर ऐसे में पशुओं के साथ जरा भी लापरवाही बरती जाए या उन्हें सावधानी से हैंडल नहीं किया जाता है तो इससे भ्रूण या भैंस या दोनों की मौत तक हो सकती है।

करौली भी सामने आया था ऐसा ही मामला
आपको बात दे कि कुछ माह पहले करौली जिले में भी एक भैंस ने अजीब बच्चे को जन्म दिया था। भैंस के उस बच्चे के भी दो मुंह, 4 आंख और 4 सींग थे। करौली जिले में यह मामला जिला मुख्यालय के पास ही स्थित धनीराज सरपंच का पुरा गांव में हुआ था। वहां के रूप सिंह माली की भैंस ने करीब एक पाड़े को जन्म दिया है। उसके दो मुंह, 4 आंख और 4 सींग थे।