राजस्थान के अलवर (थानागाजी) में दलित महिला के साथ पति के सामने हुए गैंगरेप मामले की गूंज अब देशभर में सुनाई दे रही है। इस घटना के सामने आने के बाद राज्य सरकार को चौतरफा कड़ी निंदा का सामना करना पड़ रहा है और जगह-जगह विभिन्न संगठन भी लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी सामूहिक गैंगरेप मामले में तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है और कांग्रेस सरकार व पुलिस पर निशाना साधते हुए आडे़ हाथों लिया है।

मायावती ने कहा कि अलवर गैंगरेप केस के दोषियों को अंतिम सांस तक फांसी की सजा मिलनी चाहिए। साथ ही कहा कि सुप्रीम कोर्ट को राज्य की कांग्रेस सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। आगे कहा कि यह मामला सिर्फ दलित नहीं बल्कि सभी महिलाओं से जुड़ा है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए पीड़ित परिवार को धमका रही है। सरकार ने जब तक उस सीट पर वोट नहीं पड़े, मामले को दबाए रखा और अब घटना उजागर होने के बाद दलित महिला को इंसाफ मिलेगा, मैं समझती हूं ‘नहीं’।

गौरतलब है कि 26 अप्रैल को विवाहिता के साथ पति के सामने ही 5 लोगों ने गैंगरेप किया और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पीड़ित द्वारा पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराने के बावजूद भी प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई और ये मामला 6 मई को चुनाव के बाद उजागर हो पाया। इस अलवर गैंगरेप मामले पर गहलोत सरकार अब बैकफुट पर आ गई है।