एक माह से घर से लापता प्रेमी युगल ने थाने के सामने जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां लड़की की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों रिश्ते में भाई-बहन लगते थे और 1 महीने से घर छोड़कर अलग रहते थे। जो कार चालक उन्हे थाने ले गया था उससे कहा था कि अगर पकड़े गये तो वह जहर खा लेगे। मामला गुरुवार रात 10 बजे झुंझुनूं के कोतवाली थाने का हे। दोनों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया, युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
कोतवाली थाना प्रभारी राम मनोहर ने बताया कि मृतक दीपिका उर्फ दीया (20) और सुनील (21) दोनों झुंझुनू के सिंघाना थाना क्षेत्र के हीरवा गांव के निवासी हैं। दोनों एक ही जाति के हैं, ऐसे में रिश्ते में भाई-बहन भी हैं। दीपिका प्रथम वर्ष की छात्रा थी, जबकि सुनील खेती का काम करता है। 26 जून को दोनों घर से भाग गए। इस पर दीपिका के परिजनों ने 26 जून को सिंघाना थाने में गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज कराई थी।
थाना पुलिस भी उनका पीछा कर रही थी। तीन दिन पहले दोनों ने झुंझुनूं से किराए की कार ली थी। जब सुनील ने पैसे नहीं दिए तो कार मालिक गुरुवार को दोनों को थाने ले गया और पुलिस के हवाले कर दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों रात में थाने में बैठे थे, तभी अचानक उन्हें उल्टी होने लगी। जब उन्हे बीडीके अस्पताल लाया गया तो पता चला कि उन्होने जहर खा लिया है।
कार मालिक अरुण कुमार ने बताया कि सुनील ने 3 दिन पहले 25 जुलाई को कार किराए पर ली थी। बताया था कि हनुमानगढ़ दवा लेने जा रहा हूं। और, बताया कि वह शाम तक आ जायेंगे. उन्होंने एक दिन का किराया दिया था। जब वह अगले दिन नहीं आया तो हमने फोन किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। तीन दिन बाद भी जब फोन नहीं उठा और गाड़ी नहीं आई तो जीपीएस के जरिए लोकेशन ट्रेस की गई। यहां से कार लॉक की और उन दोनों के पास पहुंच गए।
यहां पैसे मांगे तो देने से इनकार कर दिया। इस पर हम कोतवाली थाने पहुंचे। वहीं लड़के ने होश में आने के बाद पुलिस को दिए बयान में कहा कि हम शादी करने के लिए घर से निकले थे। कसम खाई थी कि अगर शादी नहीं हुई तो दोनों जहर खाकर जान दे देंगे।