मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे इन दिनों धौलपुर जिले के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने सहेली सहकारी समिति के जरिए जिले के 40 गांवों में 40 बीएमसी सेंटर्स खोलने की हामी भरी है। जिले की महिलाओं को स्वरोजगार देने के लिए पिछले 8 दिनों में यहां 40 गांवों में 40 बीएमसी (Bulk Milk Cooler) स्थापित की जा रही हैं। राजस्थान कॉ-आॅपरेटिव डेयरी फेडरेशन की तरफ से यह बीएमसी सेंटर्स खोले जाने हैं। बीएमसी एक तरह के दुग्ध संग्रहण केन्द्र हैं जहां दूध को इक्ठ्ठा कर मशीनों में ठंडा कर फ्रेश रखा जाता है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने मंगलवार को जिले में सहेली सहकारी समिति की महिलाओं से मुलाकात की और इसके लिए स्वीकृति पत्र प्रदान किए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सहेली सहकारी समिति की मांग पर 40 गांवों में 40 बीएमसी खोली जा रही हैं। शुरूआत में इन सभी बीएमसी को भरतपुर डेयरी से जोड़ा जाएगा। यह सेंटर्स अमूल ब्रांड की तर्ज पर काम करेंगे। इन बीएमसी सेंटर्स में मिल्क चिलिंग और टेस्टिंग उपकरण फेडरेशन की तरफ से दिए जाएंगे। इस योजना के लिए 4.8 करोड़ रूपए पारित किए हैं। अगर यह काम बेहतर तरीके से जारी रहता है तो इसके अपग्रेड के बारे में विचार किया जाएगा। इन सेंटर्स के माध्यमों से गांवों और जिलेभर में शुद्ध,अच्छा व साफ-सुधरा दुग्ध उपलब्ध कराया जाएगा। इन बीएमसी सेंटर्स को मैनेजिंग डायरेक्टर, भरतपुर कॉपरेटिव मिल्क यूनियन आॅपरेट करेगी। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि इन बीएमसी का टर्न ओवर 500 करोड़ रूपए करने का लक्ष्य है। उन्होंने यह भी कहा है कि अच्छा काम होने पर मछली पालन, भेड़ पालन, बकरी पालन जैसे रोजगार भी उपल्ब्ध कराए जाएंगे। काबिल, डिमाडिंग और काम कर सकने वाली महिलाओं को भी इस संबंध में सहायता दी जाएगी।
read more: नए साल में राजे सरकार ने अधिकारियों को दिया प्रमोशन का तोहफा