भारतीय जनता पार्टी का राजधानी दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन आज शनिवार को सम्पन्न हो गया। माना जा रहा है कि बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को चुनावी मंत्र देने के लिए इसका आयोजन किया है। अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को को लोकसभा चुनाव के लिए मंत्र दिया। इस दौरान अमित शाह ने कहा, भाजपा अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर निर्माण चाहती है, इसमें कोई दुविधा नहीं है। हम प्रयास कर रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस की जल्द से जल्द सुनवाई हो लेकिन, कांग्रेस इसमें भी रोड़े अटकाने का काम कर रही है।
2019 का चुनाव वैचारिक युद्ध का चुनाव है
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव वैचारिक युद्ध का चुनाव है। इसमें दो विचारधाराएं आमने-सामने खड़ी हैं। 2019 का चुनावी युद्ध सदियों तक असर छोड़ने वाला है और इसलिए मैं मानता हूं कि इसे जीतना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश के हर कोने में बीजेपी को पहुंचाने के लिए अटल बिहारी जी और आडवाणी जी की जोड़ी ने जो संघर्ष किया, ऐसा संघर्ष शायद ही कभी हुआ हो। अमित शाह ने कहा कि यूपी में सपा-बसपा गठबंधन को लेकर कहा कि एक दूसरे का मुंह न देखने वाले आज हार के डर से एक साथ आ गए हैं, वो जानते हैं कि अकेले मोदी को हराना मुमकिन नहीं है। यूपी में बीजेपी 73 से 72 सीटें नहीं लाएगी, बल्कि ये 74 हो सकती हैं।
माल्या, चौकसी जैसे चोरों को चौकीदार ही पकड़ कर लाएगा
बीजेपी अध्यक्ष शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी इन सबको लोन कांग्रेस के शासन में दिए गए, तब उनको भागने की जरूरत नहीं हुई। लेकिन जब चौकीदार सत्ता में आया तो इन्हें डर पैदा हुआ और वो बाहर भागे। इन सब चोरों को चौकीदार ही पकड़ कर लाएगा। अमित शाह ने कहा कि जिस भारत की कल्पना विवेकानंद जी ने की थी उस भारत को हम मोदी जी के नेतृत्व में बनाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। 2014 में 6 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें थी और 2019 में 16 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं।
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सवर्ण आरक्षण पर शाह बोले, 124वां संशोधन सबसे अहम
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी सरकार के सवर्ण आरक्षण के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों सदनों में इस बिल को पास कराकर सरकार ने युवाओं के सपनों को साकार करने का काम किया है। संविधान में जो अब तक के महत्वपूर्ण संशोधन हुए हैं उनमें 124वां संशोधन सबसे अहम है। दूसरा फैसला जीएसटी के कानून के तहत हुआ है। एक के बाद एक वस्तुओं के दाम कम करने और शुरुआती दिक्कतों को कम करने के लिए सरकार ने काम किया है।