जयपुर। पंजाब में लंबे समय से जारी सियासी पठापटक के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद राजस्थान कांग्रेस में भी हलचल तेज हो गई है। विपक्ष पार्टी बीजेपी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पंजाब के पूर्वी सीएम कैप्टन को दी गई नसीहत पर तंज कसा है। बीजेपी का कहना है कि अशोक गहलोत खुद इस बार पर अमल क्यों नहीं करते है।

कांग्रेस पार्टी से बड़े नेताओं का मोहभंग
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि पंजाब के घटनाक्रम से सरकार के पाये हिल गये हैं। इसलिए वो डरे हुए व्यक्ति की तरह पंजाब के पूर्व सीएम को नसीहत दे रहे हैं। उनकी जमीन खिसक रही है। कांग्रेस पार्टी से बड़े नेताओं का मोहभंग हो गया है। हालांकि कुछ महीनों पहले तक सरकार के जल्द गिरने का दावा करने वाले पूनिया अब सरकार गिरने की बात तो नहीं करते लेकिन पंजाब में हुई सियासी उठापटक से बीजेपी खेमे में अचानक सियासी सरगर्मियां बढ़ती दिख रही हैं।

सीएम गहलोत ने दी थी यह सलाह
उल्लेखनीय है कि सीएम अशोक गहलोत ने अमरिंदर सिंह के पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद ट्वीट कर कहा था मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ऐसा कोई कदम नहीं उठायेंगे, जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो। सीएम गहलोत ने कहा कि हाईकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते हैं। मेरा व्यक्तिगत भी मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कई नेता जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में होते हैं उनकी नाराजगी मोल लेकर ही मुख्यमंत्री का चयन करते हैं।

गहलोत के जादू के आगे थोथी साबित हुई बीजेपी
सीएम गहलोत की ओर से कैप्टन अमरिंदर सिंह को दी गई नसीहत का बीजेपी के नेता अलग-अलग मतलब निकाल रहे है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ दोनों ने ही इस मसले पर सीएम को घेरा। हालांकि पिछले सालभर से मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रही बीजेपी की सरकार के गिरने की तमाम भविष्यवाणियां गहलोत के जादू के आगे थोथी साबित हुई हैं।