जयपुर। थानागाजी (अलवर) में पति के सामने पत्नी से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की चर्चा देशभर में है। लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व बसपा प्रमुख मायावती समेत तमाम केन्द्र व राज्य के नेताओं ने इस घटना को गंभीरता से लिया था। मामले के सामने आने के बाद मीडिया से लेकर नेताओं का पीड़ित परिवार के घर तांता लगा हुआ था। लेकिन भाजपा का रूख इस मामले पर स्पष्ट नजर नहीं दिख रहा है।
दरअसल भाजपा का कोई भी वरिष्ठ नेता पीड़िता से मिलने उनके घर अब तक पहुंचा है, जबकि पार्टी ने लगातार विरोध-प्रदर्शन कर गहलोत सरकार को जमकर घेरा। खुद पार्टी कार्यकर्ता अपने नेताओं के इस रवैये से अचरज में है। क्योंकि कांग्रेस से राहुल गांधी, अशोक गहलोत व सचिन पायलट समेत तमाम नेताओं ने पीड़िता के घर पहुंचकर उन्हें ढांढस बंधाया था। वहीं चुनावी सभाओं के दौरान पीएम मोदी ने इस मामले का जिक्र तो किया लेकिन वे खुद और अन्य वरिष्ठ नेता पीड़िता से मिलने तक उनके घर नहीं पहुंचे। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, और राजेन्द्र राठौड़ समेत अन्य दिग्गज नेताओं ने सिर्फ प्रदर्शन और बयानबाजी तक ही अपनी सक्रियता रखी और चुनावी मुद्दा बनाया, लेकिन मिलने की जहमत तक नहीं उठाई।
हालांकि भाजपा की ओर से केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा जरूर पीड़िता से मिलने पहुंचे थे। अन्य नेताओं के नहीं मिलने से भाजपा कार्यकर्ता नाखुश है। भाजपा कार्यकर्ता वरिष्ठ नेताओं के इस रवैये की शिकायत केन्द्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।