जयपुर। राजस्थान में लंपी वायरस से मवेशियों की मौत के विरोध में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने जयपुर में विरोध प्रदर्शन किया। लंपी, बेरोजगारी और दूसरे मुद्दों को लेकर विधानसभा घेरने जा रहे पार्टी कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। जयपुर के सहकार मार्ग पर कार्यकर्ताओं ने पुलिस की बैरिकेडिंग भी तोड़ दी। इस बीच बैरिकेडिंग पर चढ़े बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को पुलिसवालों ने धक्का मार दिया, जिससे वे नीचे गिर गए। कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।

अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी
आज सुबह 11 बजे सी-स्कीम स्थित बीजेपी ऑफिस से सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूनिया के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय से विधानसभा घेराव के लिए कूच किया। सहकार मार्ग पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। यहां पार्टी नेताओं की ओर से नेताओं व कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गिरफ्तारी दी।

अब तक 30 लाख से ज्यादा गायें संक्रमित
इस समय सबसे बड़ा सवाल और ज्वलंत मुद्दा लंपी का है। राजस्थान के गौवंश को बड़ा भारी नुकसान हुआ है। सरकार का आंकड़ा 10 लाख गायों के संक्रमित होने का और 57 हजार के आसपास मौत होने का है। हकीकत इससे अलग है। 30 लाख से भी ज्यादा गायें संक्रमित हुईं और 10 लाख से ज्यादा गौवंश का नुकसान हुआ है। यह सीधे.सीधे सरकार की संवेदनहीनता का सबूत है।

2023 में कांग्रेस का होगा श्राद्ध
बीजेपी ने अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अभी श्राद्ध पक्ष चल रहा है। 2023 में कांग्रेस पार्टी का परमानेंट श्राद्ध हो जाएगा। भारत और राजस्थान से कांग्रेस सरकार का सफाया हो जाएगा। राहुल गांधी ने तेजाब फिल्म की माधुरी दीक्षित की तरह 123, 4567,,, गाना गाया था। किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। लेकिन आज तक कर्ज माफी नहीं हुई है। सैकड़ों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। गहलोत सरकार गायों की हत्यारी है। बीजेपी मांग करती है कि जिन किसानों और पशुपालकों की गायों की मौत हुई है, उन सभी को 50-50 हज़ार रुपये का मुआवजा सरकार दे।

लंपी, कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन
प्रदेश में बिगड़ रही कानून व्यवस्था और लम्पी वायरस से लाखो गायों की मौत होने, बिजली के बिलों में बढ़ोतरी, प्रदेश में हो रही गैंगवार की घटनाओं को लेकर आज बीजेपी के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता बीजेपी दफ्तर से पैदल मार्च निकालकर विधानसभा का घेराव किया। प्रदेश में एक के बाद एक करके गैंगवार की घटनाएं बढ़ी है, जो राजस्थान पहले शांत प्रदेश के रूप में जाना जाता था वह राजस्थान अब शांत प्रदेश नहीं रहा।