जयपुर। बीजेपी सांसद रंजीता कोली की कार पर उनके ही निर्वाचन क्षेत्र भरतपुर में बदमाशों ने हमला कर दिया। यह हमला तब हुआ जब सांसद अपने निर्वाचन क्षेत्र के स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधाओं का दौरा करके वापस लौट रही थीं। बदमाशों ने सांसद की गाड़ी पर हमला पत्थरों और सरियों से किया था। इसमें सांसद बाल-बाल बच गईं। घटना के दौरान सांसद की गाड़ी में उनके निजी सचिव और एक सुरक्षाकर्मी सवार थे। घटना से सांसद सदमे में हैं। वारदात के बाद से बीजेपी कार्यकर्ताओं में खासा अक्रोश फैला हुआ है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है, लेकिन फिलहाल उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है।

बेहोशी हालत में ले गए अस्पताल
सांसद रंजीता कोली ने ट्वीट कर बताया कि जब वह आरबीएम अस्पताल का निरीक्षण लौट रही थी तब यह घटना हुई। उन्हें साथ समर्थकों द्वारा बेहोशी की हालात में अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। लोकसभा सदस्य के साथ गए लोगों ने आरोप लगाया कि भरतपुर पुलिस 45 मिनट से अधिक समय तक हमले की जगह पर नहीं पहुंची। सांसद उस समय लावारिस की पड़ी थी। भाजपा सांसद के सहयोगियों ने बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी से संपर्क करने की भी कोशिश की, लेकिन कॉल का जवाब नहीं दिया गया।

प्रदेश में सांसद तक सुरक्षित नहीं, आम आदमी का क्या हाल: वसुंधरा राजे
प्रदेश भाजपा के नेताओं ने हमले की निंदा करते हुए गहलोत सरकार को चौतरफा घेरना शुरू कर दिया है। पार्टी नेताओं ने प्रदेश में कानून व्यवस्था का मुद्दा एक बार फिर से जोर-शोर से उठाना शुरू कर दिया है। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस निंदा करते हुए ट्वीट में लिखा, राजस्थान सरकार की बदहाल कानून-व्यवस्था का इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है कि सांसद तक सुरक्षित नहीं है। आम आदमी का क्या हाल होगा आप अनुमान लगा सकते हैं। कोरोना काल में समर्पण भाव से जनता की सेवा में जुटी सांसद रंजीता कोली जी पर हुए जानलेवा हमले की मैं कड़ी निंदा करती हूं। उन्होंने दूसरे ट्वीट में रंजीता कोली के शीघ्र स्वस्थ्य होने की प्रार्थना की है।


अपराधियों के आगे कांग्रेस सरकार ने टेक दिए घुटने
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने प्रदेश बढ़ रही अपराधिक घटनाओं को लेकर अशोक गहलोत सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, राज्य सरकार आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं ताकि आमजन का सरकार व पुलिस पर विश्वास कायम हो सके। कांग्रेस यह याद रखे, हमने राजस्थान को शांत प्रदेश बनाकर आपको सौंपा था, जिसे आप अपराधियों का प्रदेश मत बनाओ। हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने आगे लिखा, राज्य सरकार प्रदेश में महिला सुरक्षा के दावे कर भले ही अपनी पीठ ख़ुद ही थपथपायें,पर सच्चाई तो यही है कि यहां राजनीतिक संरक्षण में अराजकता ने पांव पसार लिए है। अपराधियों के आगे इस सरकार ने घुटने टेक दिए हैं।