राजस्थान से राज्यसभा की एक सीट पर होने जा रहे उप चुनाव के लिए आज कांग्रेस से पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन ने नामांकन भरा। मनमोहन सिंह राज्यसभा का नामांकर भरने के लिए विधानसभा गए। वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने प्रत्याशी उतारने के फैसले पर फिर से मंत्रणा की। ऐसे में भाजपा का किसी कैंडिडेट को मैदान में उतारना थोड़ा मुश्किल लग रहा है। क्योंकि अभी तक कोई भी नाम फाइनल नहीं हुआ है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मनमोहन सिंह के सामने मुश्किल ही कोई कैंडिडेट आए।
40 से अधिक कांग्रेसी नेता बने मनमोहन के राज्यसभा प्रस्तावक
वहीं दूसरी तरफ पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह विधानसभा पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मनमोहन सिंह के साथ थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मनमोहन सिंह के नामांकन पर हस्ताक्षर किया। मनमोहन सिंह ने चार सेटों में नामांकन दाखिल किया। प्रदेश में 40 से अधिक कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह के प्रस्तावक बने।
राजस्थान कांग्रेस का एक भी राज्यसभा सदस्य नहीं
भी देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद में राजस्थान कांग्रेस का एक भी सदस्य नहीं। राज्यसभा का ये उप चुनाव राजस्थान की कांग्रेस के लिये संसद में खाता खोलने वाला बन सकता है। कांग्रेस ने देश के दो बार प्रधानमंत्री रह चुके डॉ मनमोहन सिंह को राजस्थान से राज्यसभा उप चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। अभी 198 विधायकों में से 122विधायकों का साथ-समर्थन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बताया जा रहा है। इन चुनावों में राजस्थान से पहला सांसद कांग्रेस पार्टी से होने के प्रबल आसार है।
वोटों की गणित में कांग्रेस आगे
राज्य की विधानसभा में कांग्रेस वोटों की गणित में बीजेपी से आगे है। साथ ही बीएसपी के 6 विधायकों,13 निर्दलीय, बीटीपी के 2 और 1आर एल ड़ी विधायक का समर्थन अशोक गहलोत को प्राप्त है, लिहाजा कांग्रेस के लिये चिंता की कोई वजह हो नहीं सकती है ,सीपीएम के 2विधायकों का समर्थन भी मिलने की उम्मीद है। बीएसपी के वोटों का निर्णय मायावती ने कर दिया है, अभी तक सेकुलर विचारधारा के तौर पर वो कांग्रेस के साथ है। उधर विरोधी दल के संख्याबल की बात करे तो 72 विधायक बीजेपी के है और हनुमान बेनीवाल की पार्टी आर एल पी के 2 विधायक एनडीए के साथ जाएंगे। दो सीटें खींवसर और मंडावा में विधानसभा के अभी उपचुनाव होने है।
ये रहा मनमोहन सिंह की ताकत का गणित
विधानसभा की कुल सीटें-200
विधायकों की संख्या है – 198
कांग्रेस-100 विधायक
र्दलीय-13 विधायक
आर एल डी -1विधायक
बीटीपी – 2
बीएसपी – 6
कुल विधायकों की संख्या -122
सीपीएम के साथ आने पर कांग्रेस के खाते में 124 विधायक आ जाएंगे