जयपुर। प्रदेश में तीन राज्यसभा सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है। भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद नामांकन दाखिल किए जाएंगे। भाजपा ने जहां एक सीट पर अपना प्रत्याशी उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने दो सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा-कांग्रेस ने जिन नेताओं को अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है उन तीनों ही नेताओं को राजनीति का लंबा अनुभव है। विधानसभा में विधायकों के संख्या बल के हिसाब से इनमें से दो सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर बीजेपी की जीत तय मानी जा रही है। भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र गहलोत सुबह 11 बजे तो कांग्रेस प्रत्याशी दोपहर 12 बजे पर्चा दाखिल करने विधानसभा आएंगे। बता दें कि 17 राज्यों की 55 सीटों पर 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव होने वाले है।
बीजेपी की ओर से राजेंद्र गहलोत
बुधवार को भाजपा ने प्रदेश से पूर्व मंत्री और वर्तमान पार्टी के उपाध्यक्ष राजेंद्र गहलोत को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। राजेंद्र गहलोत पूर्व में भाजपा सरकार के दौरान मंत्री रहे हैं और वर्तमान में प्रदेश में उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त। राजेंद्र गहलोत को अभी हाल ही में हुए संगठनात्मक चुनाव का प्रदेश प्रभारी बनाया गया था और उनकी देखरेख में ही प्रदेश में चुनाव संपन्न हुए। बताया जा रहा है कि लंबे समय तक पार्टी में काम करने का इनाम राजेंद्र गहलोत को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बना कर दिया गया है। इससे पहले राजेंद्र गहलोत सरदारपुरा से विधायक रह चुके हैं। राजेंद्र गहलोत का जन्म 7 नवंबर 1946 को जोधपुर में हुआ था। 1973 में बीए की परीक्षा पास की। इनका विवाह 1979 को विमला देवी के साथ हुआ। आपातकाल के दौरान 19 माह तक राजेंद्र गहलोत भी जेल में रहे थे।
कांग्रेस से ये होंगे उम्मीदवार
राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी राजस्थान से कांग्रेस के राज्यसभा के उम्मीदवार होंगे। आज शाम तक इनके नामों की औपचारिक घोषणा हो सकती है। केसी वेणुगोपाल राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे के साथ शाम को जयपुर पहुंच रहे हैं। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि शुक्रवार है। केसी वेणुगोपाल केरल से हैं और कर्नाटक के पार्टी प्रभारी भी हैं। उन्हें राहुल गांधी का नजदीकी माना जाता है। वहीं, नीरज डांगी यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं। अभी कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हैं। डांगी राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के नजदीकी माने जाते हैं। नीरज डांगी तीन बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं।
राजस्थान की 3 सीटें हो रही हैं खाली
राज्यसभा की 3 सीटें प्रदेश से रिक्त हो रही हैं। इन पर अब तक भाजपा का कब्जा था। इसमें विजय गोयल, नारायण पंचारिया और रामनारायण डूडी राज्यसभा के सदस्य रहे। लेकिन साल 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में विधानसभा सदस्यों की गणित बदला और कांग्रेस के सदस्य ज्यादा हो गए।