जयपुर। नए साल में आया संकट बर्ड फ्लू लगातार प्रदेश में अपने पांव पसारता नजर आ रहा है। कोरोना महामारी के बीच देश में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ता जा रहा है। राजस्थान में अब तक 5000 पक्षियों की मौत हो चुकी है। राज्य के 33 जिलों में से 16 जिले बर्ड फ्लू संक्रमण से प्रभावित है। जांच के लिए भेजे गए 251 नमूनों में से 62 नमूनों में संक्रमण पाया गया है। चार दिन पहले जयपुर जू में मृत मिले कॉमन डक में एच5एन8 एवियन इनफ्लूंजा की पुष्टि हुई। जिले में पहले ही बर्ड फ्लू के मामले मिल चुके हैं लेकिन जू में बर्ड फ्लू से चिंता बढ़ गई है। क्योंकि यहां कॉमन डक समेत 22 प्रजातियों के करीब 370 पक्षी हैं। इधर लगातार पक्षियों की हो रही मौत के चलते सरकार और प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। बीते 24 घंटे में भी जो पॉजिटिव सैंपल सामने आए हैं। उनमें हनुमानगढ़, जैसलमेर, पाली, बांसवाड़ा और दौसा जिला शामिल है।
मृतक में कौआ, मोर, बतख और कबूतर शामिल
जयपुर जू में से 10 कॉमन डक, 1 ब्लैक स्टॉर्क और 2 पैलिकन संक्रमित पाई गई हैं। इनमें से 6 कॉमन डक, एक ब्लैक स्टॉर्क व एक पैलिकन की मृत्यु हो चुकी है। 11 जनवरी से ही जू को बंद कर दिया गया है। इधर, प्रदेश में पक्षियों की मौत का आंकड़ा अब 5 हजार के करीब पहुंच चुका है। अब तक 4915 पक्षी मृत मिल चुके हैं। इनमें से 3495 कौवे, 261 मोर, 367 कबूतर व 792 अन्य पक्षी हैं। शुक्रवार को 244 पक्षी मृत मिले, जिनमें से 134 कौवे हैं।
सुरक्षा बढाई, स्टाफ सतर्क
वन विभाग चिड़ियाघर की सुरक्षा और बढ़ाई। स्टाफ को पूरी तरह सतर्क रहने और पक्षियों का ध्यान रखने के निर्देश चिड़ियाघर फिलहाल बंद ही रहेगा। वहीं नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क इससे काफी दूर होने के चलते खुला रहेगा। विभाग के मुताबिक धूप खिलने के साथ बीमारी का असर कम होगा। गाइडलाइन के मुताबिक एंटीबायोटिक और दूसरे इलाज शुरू कर दिए हैं।
30 जिलों में मृत पक्षी मिलने की पुष्टि
रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 33 जिलों में से 30 जिलों में अब तक कौवों सहित कई अन्य पक्षियों के मौत के पुष्टि हुई है। पशुपालन विभाग इन्हें प्रभावित जिले माना है। हालांकि अभी सभी जिलों से बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। कुल 16 जिलों में ही पक्षियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। अभी कई जिलों की रिपोर्ट आना बाकी है।