बीकानेर। जुबली नागरी भंडार बीकानेर के 116 वें स्थापना दिवस के अवसर बुधवार को बसंत पंचमी महोत्सव एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नागरी भंडार परिसर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक शर्मा ने की तथा समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र जोशी थे एवं विशिष्ट अतिथि व्यंगकार-सम्पादक डॉ अजय जोशी रहे। प्रारंभ में स्वागत भाषण नागरी भंडार के व्यवस्थापक नन्द किशोर सोलंकी ने दिया।
नागरी भंडार सदैव साहित्य-संस्कृति का पोषक रहा है
कार्यक्रम संयोजक राजाराम स्वर्णकार ने बताया कि नागरी भंडार सदैव साहित्य-संस्कृति का पोषक रहा है । इसकी स्थापना पंडित कृष्णशंकर तिवारी द्वारा की गयी जो आज भी अपने लक्ष्य की तरफ अग्रसर है । उपस्थित आगन्तुकों और कलाकारों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि बसंत के आगमन से प्रकृति का माधुर्य मन मनुष्य के शरीर में नयी ऊर्जा प्रदान करने लगता है.
जोशी ने कहा वसंत ऋतु आते ही सकारात्मक विचार शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, यह हमारे लिए नया सृजन करने, नया सीखने की और ऊर्जावान बने रहने का समय है, उन्होंने बसंत पंचमी की बधाई देते हुए आज प्रस्तुत की गई प्रस्तुतियों की सराहना की। विशिष्ट अतिथि डॉ.अजय जोशी ने कहा कि बसंत सदैव मनुष्य को आगे बढ़ने की कामना के साथ सकारात्मक संदेश देता है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति
अतिथियों ने सभी कलाकारों को प्रमाण-पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रसिद्ध संगीतज्ञ पुखराज शर्मा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की, नरेंद्र सोनी ने ऋतु बसंत गाई, गिरिराज बागड़ी ने भजन सोचो जरा मन में करो विचार, युवा गायक मधु तिवारी ने श्याम के रंग में रंग गई, जसकरण मारु ने भजन कौन खबर ले गोवर्धन गिरधारी, एंजेलिना चौधरी ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया, तो मानसी तिवारी ने तृष्णा हरिनाम की गीत की प्रस्तुति से वाहवाही लूटी। कार्यक्रम में जयश्री तरफदार ने मधुबन में राधिका नाचे रे पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। युवा गायिका तोषिका लाटा ने राग शंकरा विलम्बित एवं द्रुत रचना भजन अब कैसे छूटे नाम रट लागी प्रस्तुत कर सभी को भाव विभोर कर दिया।
युवा गायक चैतन्य सहल ने डॉ राजेश्वरानंद के गीत बसंत ऋतु आई राग कलावती पर आधारित की शानदार प्रस्तुति दी तथा युवा संगीतकार गीतिका सोनी ने राग मालकोंस छोटा ख्याल एवं हेमंत शर्मा तबले की धुन प्रस्तुत की। कार्यक्रम में तबले पर अहमद बशीर, चन्द्रशेखर सांवरिया, ज्ञानेश्वर सोनी, गौरीशंकर सोनी एवं लोकेश स्वामी ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में सैकड़ो लोगो ने शिरकत की। इस अवसर पर तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शनी का समापन रोटरी क्लब के अध्यक्ष डाॅ.मनोज कुडी के आतिथ्य में हुआ।