जयपुर में लूट की बड़ी वारदात हो गई। डकैती की यह वारदात राजस्थान के पूर्व मुख्य सचिव विपिन बिहारी लाल माथुर के घर पर हुई। उनके बेटे, बहू और पोते को जहरीला खाना खिलाकर बेहोश कर दिया गया। बाद में घर में रखी लाखों रुपये की नकदी और आभूषण लूट लिये गये। शुरुआती जांच में पता चला है कि लूट की इस वारदात को घरेलू नौकर ने अंजाम दिया है। घटना के बाद से नौकर फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

विपिन बिहारी लाल माथुर मार्च 1986 से जनवरी 1992 तक राज्य के मुख्य सचिव रहे। वर्ष 2018 में 84 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। स्वर्गीय माथुर का परिवार जयपुर के खोह नागोरियान थाना क्षेत्र में रहता है। परिवार में बेटा संजीव माथुर, बहू कंचन माथुर और पोता गौरव माथुर हैं। गुरुवार सुबह करीब 11 बजे नौकरानी घर का काम करने आई थी। तभी घर का दरवाजा खुला मिला। अंदर जाकर देखा तो संजीव माथुर, कंचन माथुर और गौरव माथुर बेहोश पड़े थे। तीनों को बेहोश देखकर नौकरानी जोर-जोर से चिल्लाने लगी तो पड़ोसी दौड़कर आए।

सूचना मिलने पर दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस तुरंत तीनों को बेहोशी की हालत में सवाई मानसिंह अस्पताल ले गई। मेडिकल इमरजेंसी विभाग के प्रभारी डॉ. बीपी मीना ने बताया कि संजीव, कंचन और गौरव को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया है। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है। घटना जहरखुरानी की है। ऐसे में तीनों को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।

डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव ने बताया कि संजीव माथुर के घर में छत्तीसगढ़ का रहने वाला पूरन नाम का नौकर काम करता था। घटना का खुलासा होने के बाद से पूरन फरार है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बुधवार देर रात खाने में जहरीला पदार्थ मिलाकर खिलाया गया। जिससे संजीव माथुर, कंचन माथुर और गौरव माथुर बेहोश हो गए। तीनों के बेहोश होने के बाद घर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया। नकदी और सोने-चांदी के आभूषण लूट लिए गए। कितने रुपये की लूट हुई? पीड़ितों के होश में आने के बाद ही इसकी जानकारी मिल सकेगी। पुलिस घरेलू नौकर पूरन की तलाश कर रही है।