भीलवाड़ा में 14 साल की नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे जलाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने नाबालिग के शरीर को कोयले की भट्ठी में आग लगा दी और जब शरीर का कुछ हिस्सा जलने से बच गया तो करतूत को छुपाने के लिए उसे करीब एक किलोमीटर दूर एक तालाब में फेंक दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दो दिन के तलाशी अभियान के बाद शुक्रवार सुबह नाबालिग के शरीर के अंग तालाब में मिले। एफएसएल टीम ने शव के टुकड़ों को मोर्चरी में रखवा दिया है।
वहीं, पुलिस ने इस मामले में गुरुवार देर रात तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा आरोपी के परिवार की चार महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया है।
दरअसल, जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में बुधवार को 14 साल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। शाम तक जब बेटी घर नहीं लौटी तो परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर खोजबीन शुरू की। इसी बीच रात 10 बजे गांव से 1 किलोमीटर दूर पीड़िता के पिता ने खेत में कोयले की भट्टी जलती देखी। संदेह होने पर वहां पहुंचने पर नाबालिग का जूता मिला। इस पर जब भट्ठे पर मौजूद आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसे जला दिया गया है।