भरतपुर, टोंक से सोरोजी चलने वाली टोंक आगार की रोडवेज बस के कंडक्टर के व्यवहार से सवारियां बेहद परेशान, यह रोडवेज बस 14 जून को सोरोजी से टोंक के लिए जा रही थी और रास्ते में भरतपुर केंद्रीय बस स्टैंड पर रुकी। जहाँ हलैना क्षेत्र के कई यात्री बस का इंतजार कर रहे थे तो इस बस के कंडक्टर से पूछा कि आप हमें ले चलोगे तो उसने कहा कि यह राजस्थान की सबसे बड़ी आगार है यह बस केवल सुरभि से चलती है और सीधा जयपुर का किराया लेती है अगर आप इस में बैठ ना चाहो तो आप महुआ का किराया दे देना जिसका मैं टिकट नहीं दूंगा।
इसी बात को लेकर कस्बे के वरिष्ठ पत्रकार विष्णु मित्तल ने कहा कि आप मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी एवं कैबिनेट मंत्री भजन लाल जाटव, कैबिनेट मंत्री महाराजा विश्वेंद्र सिंह से कहकर या उनसे आग्रह कर बस स्टैंड पर घुमाने के लिए आपके लिए आदेश जारी करवा देंगे। इसी बात को लेकर उसने कहा कि मुख्यमंत्री कौन होता है कैबिनेट मंत्री कौन होता है अशोक गहलोत तो कुछ दिन का है और यह कैबिनेट मंत्री तो उसके गुलाम है। यहाँ तो मेरी ही चलती है मैं चाऊंगा जहां बस को रोक लूंगा।
इसी बात को लेकर जब कुछ गर्मा गर्मी होने लगी तो बस स्टैंड पर मौजूद यात्रियों ने उन्हें शांत कर मामला को रफा-दफा करवाने का प्रयास किया जिस कंडक्टर ने नशा किया हुआ था उसे यह नहीं मालूम मैं किसी के बारे में क्या बोल रहा हूं किससे बात कर रहा हूं फिर कुछ देर के बाद दिल्ली बालाजी रोडवेज आ गई उसमें लेना क्षेत्र की सवारियां बैठ कर चली गई क्षेत्र के लोगों ने इस कनेक्टर को हटाकर अन्य कनेक्टर लगाने की मांग करते हुए कस्बे पर टोंक आगार की बस रुकवाने का आग्रह किया।