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पूर्ववर्ती सरकार की एक के बाद एक योजनाएं बंद करने को आमादा गहलोत सरकार वसुन्धरा सरकार की एक और कल्याणकारी एवं लाभकारी योजना को बंद करने जा रही है। इस योजना का नाम है भामाशाह योजना, जो प्रदेश में सामान्य वर्ग के लिए एक लाइफ लाइन बन चुकी है। भामाशाह योजना देश की एक मात्र योजना है जिसे वसुन्धरा सरकार ने प्रदेशभर में लागू किया था। इस योजना के तहत बीमार व्यक्ति के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाती है। यह योजना कांग्रेस के लिए शुरूआत से ही आंख की किरकिरी बनी हुई थी। चुनाव से पहले भी कांग्रेस कई बार कह चुकी थी कि सत्ता हासिल होने के बाद भामाशाह कार्ड रद्दी की टोकरी में जाएगा। अब सत्ता हासिल होने के बाद कांग्रेस जल्दी से जल्दी इस योजना को बंद कर अपना उल्लु सीधा करने में जुटी है।

भामाशाह योजना ने महिलाओं को परिवार की मुखिया बनाया

भामाशाह योजना की शुरूआत तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने 15 अगस्त, 2014 को की थी। इस योजना के तहत घर की महिला को परिवार की मुखिया बनाकर बैंक में उनका खाता खुलवाया और स्वस्थ, समृद्ध व खुशहाल जीवन जीने की आज़ादी दी। भामाशाह योजना का सबसे बड़ा लाभ तो यही है कि इस योजना के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मनरेगा भुगतान, सार्वजिक वितरण प्रणाली, छात्रवृत्ति, जननी सुरक्षा योजना, एवं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ एक जगह, एक ही खाते में मिलने लगा। वह लाभ तय तिथि पर सीधे उनके बैंक खातों में पहुंचा दिया जाता है। भामाशाह योजना का दूसरा बड़ा लाभ भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत राज्य का कोई भी पात्र व्यक्ति 30 हजार से लेकर 3 लाख रुपए तक किसी भी बीमारी का इलाज़ राज्य के 600 सरकारी एवं 774 निजी अस्पतालों में बिल्कुल मुफ़्त करवा सकता है। इस योजना में दायरे में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा में शामिल प्रदेश की 4.5 करोड़ जनता आती है। देखा जाए तो प्रदेश की भामाशाह योजना देशव्यापी आयुष्मान भारत योजना से अधिक कारगर है।

गहलोत सरकार ने खर्च में कटौती का बहाना बनाया

भामाशाह योजना में राज्य सरकार 1490 करोड़ रुपए का खर्चा वहन करती है। ऐसे में गहलोत सरकार खर्च में कटौती का बहाना बना यह योजना बंद कर रही है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की जगह केन्द्र की आयुष्मान भारत (जन आरोग्य) योजना लागू की जाएगी। आयुष्मान भारत योजना लागू करने पर योजना का 60 प्रतिशत खर्च केन्द्र सरकार उठाएगी। ऐसे में केन्द्र सरकार की ओर से 900 करोड़ रुपए केन्द्र सरकार से प्राप्त होने से वर्तमान सरकार के खर्च में बचत आनी शुरू हो जाएगी।

क्या है आयुष्मान भारत योजना

यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही देशव्यापी योजना है जिसके ​तहत 5 लाख रुपए का बीमा कवर दिया जा रहा है। योजना में देश के 12 हजार अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। योजना के दायरे में 50 करोड़ लोग आएंगे। इसके दूसरी ओर, भामाशाह योजना में 4.5 करोड़ लोग दायरे में आ रहे थे। गौर करने लायक बात यह भी है कि भामाशाह योजना में योग्यता और पात्रता की शर्तें आयुष्मान भारत योजना के मुकाबले काफी किफायती और आसान हैं। ऐसे में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना बंद कर वर्तमान सरकार जनता के साथ एक ओर धोखा करने की तैयारी में है।