जयपुर। प्रदेश की गहलोत सरकार पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना और मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना का एकीकरण कर एक नई स्वास्थ्य योजना शुरू करने जा रही है। इस योजना का नाम आयुष्मान भारत-महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना होगा, जिसे 1 सितंबर से लागू किया जाएगा। ये महत्त्वपूर्ण निर्णय सीएम गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार देर शाम हुई स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता समेत कई चिकित्सा विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे।

स्वास्थ्य बीमा लाभार्थियों का बढ़ेगा दायरा

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि दोनों योजनाओं के मर्ज होने से प्रदेश में स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों का दायरा बढ़ जाएगा और ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। राज्य में पहले से ही एक करोड़ लोगों को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिल रहा है। वहीं आयुष्मान बीमा योजना के लिए करीब 60 लाख लोग पात्र हैं। ऐसे में करीब 80 प्रतिशत परिवार दोनों ही योजनाओं में लाभ के लिए पात्र हैं और इस तरह पात्र परिवारों की संख्या करीब 1 करोड़ 10 लाख हो जाएगी। सीएम गहलोत ने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में कई गड़बड़ियों की शिकायतें सामने आ रही थी, ऐसे में अब नई योजना में ऐसी गड़बड़ियों की रोकथाम और जिम्मेदारों पर प्रभावी कार्यवाही की समुचित व्यवस्था की जाएगी।

भामाशाह में 3 लाख और आयुष्मान में 5 लाख रु तक की बीमा सुविधा है उपलब्ध

वसुंधरा सरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में 30 हजार से लेकर 3 लाख रु तक के इलाज की सुविधा थी। वहीं अब मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रु तक की बीमा सुविधा मिलेगी, जिसमें कई गंभीर बीमारियों का इलाज भी संभव है। गौरतलब है कि भाजपा सरकार ने अपने समय में मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं किया था, इसके पीछे तर्क दिया था कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में जरूरतमंदों को पहले से ही इस तरह का फायदा मिल रहा है।