जयपुर। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस अब खत्म हो गया है। जयपुर के सांगानेर सीट से विधायक बने भजन लाल शर्मा ही राजस्थान के नए मुख्यमंत्री होंगे। दिल्ली से आए पर्यवेक्षकों ने विधायक दल की बैठक के बाद भजन लाल शर्मा का नाम तय किया गया है। दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष होंगे। इससे पहले राजस्थान पहुंचे केंद्रीय पर्यवेक्षको ने प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेताओं से बातचीत कर उनकी राय जानी थी, इसके अलावा पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडे ने भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से बातचीत की थी।
जानिए कौन हैं भजन लाल शर्मा
राजस्थान के नवनिर्वाचित भजन लाल शर्मा राजस्थान भाजपा के महामंत्री हैं। वह भरतपुर के रहने वाले हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें जयपुर की सांगानेर सीट से विधानसभा सीट का टिकट दिया था। उन्होंने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48 हजार से अधिक मतों से हराकर जीत दर्ज की थी। वह पहली विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे हैं। वह आरएसएस और भाजपा के छात्रसंघ संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के साथ लंबे समय से जुड़े रहें हैं। वह भरतपुर में जिला मोर्चा के अध्यक्ष भी रहे हैं।
पहली महिला सीएम वसुंधरा राजे के नाम
राजस्थान के पहले उपमुख्यमंत्री महवा सीट से विधायक टीकाराम पालीवाल थे, जिन्हें जयनारायण व्यास के मुख्यमंत्री काल में यह पद दिया गया था। राजस्थान में पहली महिला मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड जहां वसुंधरा राजे के नाम है वहीं पहली महिला उप मुख्यमंत्री कमला बेनीवाल रहीं।
प्रदेश में कुल 5 उपमुख्यमंत्री बने
राजस्थान में इससे पहले अब तक कुल 5 उपमुख्यमंत्री बने हैं। इनमें से अकेले कांग्रेस सरकार में 4 डिप्टी सीएम रहे हैं। भाजपा सरकार में केवल एक ही डिप्टी सीएम बने। भैरोसिंह शेखावत के कार्यकाल में हरिशंकर भाभड़ा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। राजस्थान में पहले डिप्टी सीएम टीकाराम पालीवाल 1952 में बने थे। वे 1954 तक इस पद पर रहे। इसके बाद दूसरे डिप्टी सीएम वर्ष 1993 में बने थे।
बीजेपी ने जीती थी 115 सीट
राजस्थान में भी भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। पार्टी ने 199 सीटों में से 115 पर जीत हासिल की है। इस जीत के बाद से ही यहां सीएम को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे थे। वसुंधरा राजे के अलावा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, गजेंद्र सिंह शेखावत, सतीश पूनिया और राजकुमारी दीया समेत कई दावेदार थे।