बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ तहसील का बेनीसर अब केवल गांव नहीं बल्कि स्मार्ट बेनीसर गांव बन गया है। राजस्थान के राज्यपाल एवं कुलाधिपति कल्याण सिंह का गोद लिया यह गांव अब एक अलग ही झलक लिए नजर आता है। बेनीसर गांव जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर व तहसील मुख्यालय से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। राज्यपाल खुद इस गांव का भ्रमण कर चुके हैं। वह जब भी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में जाते हैं, तब इस गांव में जरूर जाते हैं। यहां राज्यपाल कल्याण सिंह गांव की चौपाल पर पेड़ के नीचे बैठकर लोगों से बात करते हैं। सिंह पहले महिलाओं को बोलने का मौका देते हैं और बाद में पुरूषों से बात करते हैं। इस दौरान जिले के अधिकारी मौजूद रहते हैं ताकि राज्यपाल के निर्देशों के अनुरूप मौके पर ही समस्याआें का निस्तारण किया जा सके।
जल कुण्ड का निर्माण व तालाबों का जीर्णोद्वार
बेनीसर गांव को स्मार्ट गांव बनाने के तहत राज्यपाल कल्याण सिंह के बताए गए बिन्दुओं के अनुरूप बीकानेर के स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय ने यह जिम्मा लिया है। गांव में जल स्वावलम्बन हेतु दस किसानाें के खेत पर जल कुण्ड और गांव में 25 लाख रूपए की लागत से एक सामुदायिक जल कुण्ड का निर्माण किया है। गांव के जोहड़ तालाब का जीर्णाेद्वार भी कर दिया गया है।
साक्षरता दर 76 प्रतिशत और कक्षाएं बनी स्मार्ट
गांव के लोगों व पशुधन का डाटा विश्वविद्यालय ने तैयार किया है जिसके अनुसार गांव की साक्षरता दर 76 प्रतिशत हो गई है। गांव का विद्यालय सीनियर माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत हो गया है। विश्वविद्यालय ने गांव के इस विद्यालय के सभी कक्षा कक्षों को स्मार्ट क्लास रूम बना दिया है। गांव को स्वच्छ बनाने और बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया जिससे लोगों की सोच में परिवर्तन आया है। विश्वविद्यालय के द्वारा गांव में कौशल विकास कार्यक्रमों का संचालन किया गया। नर्सरी प्रबंधन, बगीचों की स्थापना, उन्नत पशु नस्ल, ट्रेक्टर के रख-रखाव, जलवायु परिवर्तन, कृषि प्रौद्योगिकी विकास, बीज उत्पादन, फसल भण्डारण, उर्वरक प्रबंधन, खरपतवार नियंत्रण, फल सब्जी व दूध के मूल्य संवर्धन पर प्रशिक्षण भी दिया गया है। विश्वविद्यालय द्वारा गांव में रात्रि चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं का निराकरण किया है।
राज्यपाल की सोच का अब आया परिणाम
कुलाधिपति एवं राज्यपाल कल्याण सिंह ने राज्य के विश्वविद्यालयों को सामाजिक सरोकारों से जोड़ा है। इसके तहत प्रत्येक राज्य विश्वविद्यालय ने एक गांव गोद लिया है। गोद लिये गये गांव के चहुंमुखी विकास के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्यपाल की सोच अब परिणामों में फलीभूत हो गई है। बेनीसर अब स्मार्ट गांव बन गया है। बेनीसर के पुरूष, महिला व बच्चे गांव में विभिन्न सुविधाएं मिलने पर बेहद खुश हैं।
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