मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का बांसवाड़ा दौरा आज (शुक्रवार) को समाप्त हो गया है। राजधानी जयपुर लौटने से पूर्व मुख्यमंत्री राजे आज सुबह बांसवाड़ा जिले के प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ घोटिया आंबा पहंची। यहां उन्होंने पूजा-अर्चना करने के बाद कर दिव्य आम्र वृक्ष के दर्शन किए और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि तथा खुशहाली की कामना की। इसके बाद श्रीमती राजे ने घोटेश्वर शिवालय में आरती उतारी। यहां पं.गिरीश एवं पं.विकास भट्ट ने विधिवत पूजा संपन्न कराई। इसके बाद पाण्डवों तथा कुंती की प्रतिमाओं के दर्शन किए। उन्होंने धाम के महंत हीरागिरि जी महाराज एवं अन्य महंतों का पुष्पहार पहना कर अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने तीर्थ के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत राशि से हुए कार्यों के बारे में आरएसआरडीसी एवं देवस्थान विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने तीर्थ का योजनाबद्ध तथा गुणवत्तापूर्ण विकास सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री धनसिंह रावत, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद, पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम में सुख-समृद्धि की कामना
बांसवाड़ा से लौटते हुए मुख्यमंत्री राजे डूंगरपुर जिले के बेणेश्वर धाम पहुंचीं। उन्होंने धाम के मुख्य शिवालय तथा हरि मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली एवं सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही यहां यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए 11.33 करोड़ रूपए की लागत से कराए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कार्यकारी एजेंसी राजस्थान राज्य पथ विकास निगम के अधिकारियों को सभी कार्य तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बेणेश्वर धाम परिसर के पास निर्माणाधीन मावजी महाराज के पेनोरमा का अवलोकन भी किया। उसके बाद आसपुर स्थित बड़लिया धूणी के महाराज योगी प्रकाशनाथ से आशीर्वाद लिया और उनसे बेणेश्वर धाम के विकास कार्यों पर चर्चा की। इस अवसर पर जलदाय राज्यमंत्री सुशील कटारा, सांसद मानशंकर निनामा, विधायक गोपीचंद मीणा, देवस्थान विभाग के सचिव डॉ. के.के.पाठक, जिला कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट तथा अन्य अधिकारी एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।
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