राजस्थान के क्रिकेट प्रेमियों को बीसीसीआई ने बड़ी खुशख़बरी दी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है। हालांकि, बीसीसीआई ने इस शर्त पर प्रतिबंध हटाया है कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी आरसीए के संचालन से दूर रहेंगे। दरअसल, ललित मोदी सभी पदों से हट चुके हैं इसलिए ही बीसीसीआई ने बैन हटाया है।
दिल्ली में आयोजित विशेष बैठक में लिया निर्णय:
बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने 11 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित हुई बोर्ड की विशेष आम बैठक (एसजीएम) के बाद कहा, कुछ शर्तों के साथ आरसीए पर लगा प्रतिबंध हटाने का फैसला लिया गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने राजस्थान क्रिकेट का संचालन करने के लिए गठित तदर्थ समिति को पहले ही भंग कर दिया है। इससे राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर पिछले 4 साल से लगा बैन हटाने का रास्ता साफ हुआ।
ललित मोदी के दोबारा अध्यक्ष चुने जाने पर किया था निलंबित: राजस्थान क्रिकेट संघ को बीसीसीआई ने मई 2014 में ललित मोदी के दोबारा आरसीए का अध्यक्ष चुने जाने के बाद निलंबित कर दिया था। निलंबन के बाद से ही आरसीए का कामकाज बीसीसीआई देख रहा है। राजस्थान क्रिकेट संघ ने इस निलंबन के खिलाफ अपील की थी, जिस पर बोर्ड ने कहा था कि वह सभी लंबित मामलों को वापस ले और बीसीसीआई को किसी अन्य नए मामले में शामिल न करे।
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बीसीसीआई ने जून में ललित मोदी को किया इंडिया क्रिकेट से बाहर: बीसीसीआई ने जून, 2017 में ललित मोदी को इंडिया की क्रिकेट से पूरी तरह से बाहर कर दिया था। बीसीसीआई के दबाब के चलते ही आरसीए ने ललित मोदी की क्रिकेट की जड़े उखाड़ना शुरू कर दी थी। जब मोदी की अगुवाई वाले नागौर जिला क्रिकेट संघ को निलंबित कर दिया गया था। आरसीए ने बड़ा फैसला लेते हुए ललित मोदी समेत नागौर जिला क्रिकेट संघ की पूरी टीम को भी सस्पेंड कर दिया था। मोदी के लिए ये बड़ा झटका था क्योंकि नागौर जिला क्रिकेट संघ की कुर्सी की बदौलत ही वह अप्रत्यक्ष तौर पर आरसीए की सत्ता में बने हुए थे।