राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रविवार को बाड़मेर जिले के बायतू विधानसभा क्षेत्र के पराऊ में विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं जब बाड़मेर जिले का नाम भी प्रदेश के अग्रणी जिलों में शुमार होगा। सीएम राजे ने कहा कि जिले में पीने के पानी की कमी समेत अन्य सभी समस्याओं को ठोस कदम उठाकर दूर किया जा रहा है एवं आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं से बाड़मेर जिले में मीठे पेयजल की व्यवस्था कर पेयजल की समस्या दूर कर दी जाएगी। राजस्थान भर में सड़क विकास पर सबसे ज्यादा 6 हजार 100 करोड़ बाड़मेर जिले में खर्च किया है। इसी तरह रिफाइनरी, पेट्रोलियम स्किल डवलपमेंट स्कूल, अत्याधुनिक अस्पताल, मेडिकल कॉलेज की स्थापना और हर क्षेत्र में विकास बाड़मेर को हर दिन आगे बढ़ा रहा है।
बाड़मेर के लोगों की मीठे पानी की मांग को हमने पूरा किया
सीएम राजे ने कहा कि क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या और लोगों की सबसे बड़ी मांग मीठे पानी की कमी थी। हमने पोखरण-फलसूण्ड-बालोतरा-सिवाना वृहद् पेयजल योजना में तीन शहर और 363 गांवों तक मीठा पानी लाने का काम प्रारम्भ किया था। यह एक मुश्किल परियोजना है जिसमें जमीन काटने की जरूरत पड़ी और संवेदक ने काम बीच में ही छोड़ दिया। लेकिन इस बार पिछले साढ़े चार साल में 1427 करोड़ रुपए खर्च कर बहुत बडी पाइप लाइन पोकरण-फलसुण्ड-बीलिया-उजला-माण्डवा-भीमियाना-भीखोरोई-गिडा-समता-भाकरी-बागुण्डी-तिलवाडा-जसोल-बालोतरा तक डाली जा चुकी है। इसमें पोकरण और जैसलमेर को पानी पिलाने के साथ ही बालोतरा-सिवाना तक के 386 गांवों को मीठा पानी उपलब्ध करा दिया गया है। बायतू के 192 गांवों के लिए अलग व्यवस्था कर मीठा पानी पिलाने का काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार बाड़मेर लिफ्ट परियोजना में बाड़मेर के 58 और बायतू के 76 गांवों में पानी पहुंचा दिया गया है। बायतू के शेष रहे गांवों में भी कुछ ही दिन में मीठा पानी पहुुंच जाएगा। इसके साथ ही उम्मेद सागर योजना में धवा-समदड़ी-खण्डर योजना में पाटोली पंचायत समिति में बायतू के 38 गांव में भी पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। सीएम राजे ने कहा कि बायतू विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के अन्तर्गत 50 करोड़ की राशि से साढ़े तीन हजार टांके बनवाए गए हैं। सड़कों के विकास पर 250 करोड़ रुपए व्यय किए गए हैं। बायतू की 71 ग्राम पंचायतों में से 56 में उच्च माध्यमिक एवं 24 में माध्यमिक विद्यालय क्रमोन्नत किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने यहां हुए सैनिक कल्याण, शिक्षक भर्ती, महिला सुरक्षा समेत विकास के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए विभिन्न कार्यों की जानकारी दी।
खेमाबाबा का पेनोरमा बनेगा, मार्च 2019 तक सभी घरों में पहुंच जाएगी बिजली
मुख्यमंत्री ने मालानी के लोकदेवता खेमाबाबा के पेनोरमा को बनाने की आवश्यकता जाहिर करते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ी को इतिहास और अपनी धरोहर से रूबरू कराने के लिए उनकी सरकार द्वारा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोक श्रद्धा के करीब 140 मंदिरों के जीर्णोद्धार पर 625 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसी प्रकार से 48 पेनोरमा का निर्माण जारी है। सीएम राजे ने कहा कि बीपीएल परिवारों को मात्र 50 के साथ आवेदन करने पर घरेलू बिजली कनेक्शन प्रदान किया जा रहा है तथा किसानों को नवम्बर-दिसम्बर तक 2 लाख कृषि कनेक्शन जारी कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2019 प्रदेश में एक भी घर ऐसा नहीं बचेगा जहां बिजली नहीं पहुंची हो।
विस्थापितों को मिलेगी जमीन, पेट्रोलियम स्किल से पा सकेंगे रोजगार
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि पचपदरा रिफाइनरी के कारण विस्थापित हुए नमक उद्योग के भूमि मालिकों को 5 करोड़ रुपए एवं करीब साढ़े आठ सौ बीघा जमीन दिए जाने का फैसला कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि बाड़मेर में एक पेट्रोलियम स्किल डवपलमेंट स्कूल खोला जाएगा। इसमें कौशल प्राप्त कर स्थानीय युवा बाड़मेर रिफाइनरी एवं संबंधित उद्योगों में नौकरी पा सकेंगे। तब बाहरी राज्यों से इन उद्योगों को भर्ती की जरूरत नहीं रहेगी। सीएम राजे ने अपने संबोधन से पूर्व परेऊ स्थित ब्रह्मलीन संत गुलाबभारती जी के मठ में उनके समाधिस्थल पर जाकर शीश नवाया एवं मठ प्रांगण में प्रतिष्ठित द्वादश ज्योतिर्लिंग पर जल चढाकर पूजा अर्चना-आरती की। इस मौके पर उन्होंने मठ के वर्तमान महन्त ओंकारभारती का श्रीफल एवं शॉल भेंटकर सम्मान किया एवं उनका आशीर्वाद लिया।
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सरकार ने 40 लाख लोगों को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ा
सीएम राजे ने कहा कि राजस्थान के लोगों को पहली बार रिकॉर्ड स्तर पर रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ा गया है। जिनमें 3 लाख 25 हजार सरकारी नौकरियां, आईटीआई द्वारा प्रशिक्षण प्रदान कर 15 लाख को निजी क्षेत्र में रोजगार एवं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ लेने वाले 44 लाख में से करीब 20 लाख को स्वरोजगार के साथ जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही शिक्षकों समेत कई विभागों में भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इससे प्रदेश के लाखों युवाओं को रोजगार मिल सकेगा।