जयपुर। हरियाणा और राजस्थान में कई मामलों में वांछित आरोपी मोनू मानेसर को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि हरियाणा पुलिस ने गौरक्षक मोनू मानेसर को गुरुग्राम से आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। उस पर यूं तो दो लोगों की हत्या का संगीन इल्जाम है लेकिन जिस धारा में मोनू मानेसर को पकड़ा गया है वो जमानती धारा है। हरियाणा पुलिस मोनू को पूछताछ के बाद राजस्थान पुलिस को सौंपेगी। सूत्रों के मुताबिक राजस्थान में भरतपुर पुलिस मोनू से पूछताछ करेगी। हालांकि उस पर ये कार्रवाई नसीर-जुनैद हत्याकांड में की गई है। मोनू मानेसर पर इन दोनों के मॉब लिंचिंग का भी आरोप है। हरियाणा पुलिस की तरफ से बताया गया है कि मोनू को राजस्थान पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा।
नूंह पुलिस ने किया मोनू मानेसर को गिरफ्तार
मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा की एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ममता सिंह के मुताबिक 28 अगस्त को मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम को ये भड़काऊ पोस्ट लगी और जांच में इसकी पुष्टि हुई। इस मामले में नूंह पुलिस ने मोनू मानेसर को गिरफ्तार कर लिया। वह पिछले 8 महीने से फरार था।
#WATCH | Bajrang Dal's Monu Manesar detained by Haryana Police. Details awaited.
(Visuals: Seen in CCTV of a local shopkeeper) pic.twitter.com/0ufirgX6jy
— ANI (@ANI) September 12, 2023
राजस्थान पुलिस ने दी प्रतिक्रिया
मानेसर की गिरफ्तारी पर भरतपुर के एसपी मृदुल कछावा का बयान सामने आया है। एसपी कछावा ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को हिरासत में लिया है, जो नासिर और जुनैद (लिंचिंग) मामले में वांछित है। हरियाणा पुलिस अपनी आगे की प्रक्रिया कर रही है और हमारे अधिकारी उनके संपर्क में हैं। जब उनकी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, (हमारी) जिला पुलिस उनकी प्रक्रिया शुरू कर देगी।
जुनैद और नासिर की हत्या का आरोप
नूंह हिंसा के अलावा मोनू मानेसर को 21 अन्य लोगों के साथ दो मुस्लिम व्यक्तियों – जुनैद और उसके चचेरे भाई नासिर के अपहरण और हत्या में नामजद किया गया था। जुनैद-नासिर के जले हुए शव 16 फरवरी को राजस्थान के भिवानी में एक जली हुई कार में पाए गए थे।
कोर्ट से कस्टडी लेगी पुलिस
पूछताछ के बाद जिन-जिन राज्यों में मोनू वांटेड है उन राज्यों की पुलिस को भी जानकारी दी जाएगी और जरूरत के हिसाब से जिस राज्य की पुलिस चाहेगी कोर्ट के जरिए मोनू की कस्टडी लेगी।
मोनू मानेसर ने कहा था- इससे मेरा लेना-देना नहीं
फरवरी में हुए भरतपुर निवासी नासिर-जुनैद हत्याकांड को लेकर मोनू मानेसर ने कहा कि मेरा इस केस से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि मैं उस दिन मेवात या राजस्थान या फिर भिवानी किसी जगह नहीं था। इसके मेरे पास सबूत है क्योंकि उस दिन मैं गुरुग्राम के एक होटल में था। मेरा तो नाम बेवजह घसीट दिया गया। जो भी आरोपी मिलें, पुलिस उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे।
नूंह हिंसा को लेकर भी मोनू मानेसर पर आरोप लगे
मानेसर पर नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा के आरोप भी लगे। मोनू ने यात्रा से कुछ दिन पहले एक वीडियो जारी किया था। जिसमें उसने लोगों से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की थी। मोनू मानेसर ने यह भी कहा कि वह खुद भी इस यात्रा में शामिल होगा।
मानेसर को मिली थी धमकी
इसके बाद मोनू मानेसर को भी सोशल मीडिया के जरिए नूंह आने पर देख लेने की धमकी दी गई। हरियाणा की ADGP ममता सिंह ने भी नूंह हिंसा में मोनू मानेसर के बयान को लेकर कहा था कि उसमें कुछ भी ऐसा नहीं दिख रहा है, जिसे हिंसा के लिए उकसाने का जिम्मेदार माना जा सके।
जानिए कौन है मानेसर
मानेसर हरियाणा में बजरंग दल की गौरक्षक शाखा का प्रमुख है। राजस्थान पुलिस द्वारा दो मुस्लिम व्यक्तियों के अपहरण और हत्या के सिलसिले में उसके खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद से अभी भी फरार है। इसके अलावा, उसके खिलाफ हरियाणा के पटौदी में दंगे के सिलसिले में हत्या के प्रयास और आईपीसी की अन्य धाराओं सहित एक और मामला भी दर्ज किया गया था।
कितना पढ़ा लिखा है मानेसर
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, कथित तौर पर उसके पास एक पॉलिटेक्निक डिप्लोमा है। कॉलेज में रहते हुए ही वह बजरंग दल में शामिल था। अपने ऊपर लगे गंभीर आरोपों के बावजूद मोनू मानेसर का हरियाणा के कई जिलों में दबदबा है।