जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच की खींचतान बुधवार को चाकसू में अंबेडकर प्रतिमा लोकार्पण समारोह में एक बार फिर देखने को मिली। पायलट समर्थक चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने अंबेडकर प्रतिमा लोकार्पण समारोह में पायलट के अलावा मुख्यमंत्री गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भी आमंत्रित किया, लेकिन दोनों नहीं पहुंचे। जबकि पायलट और उनके समर्थक विधायकों के अलावा एआइसीसी के प्रभारी सचिव तरूण कुमार भी मौजूद रहे।
दलितों को पूरा सम्मान मिले
सचिन पायलट ने सरकार पर तंज भी कसा। पिछले दिनों चाकसू में सचिन पायलट के पिता और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे दिवंगत राजेश पायलट की मूर्ति गुपचुप लगाने और इसके विवाद को लेकर सरकार पर इशारों में तंज कसा। पायलट ने कहा कि प्रतिमाओं का अनावरण सबको साथ लेकर लोगों को जोड़ने के लिए किया जाता है। चुपचाप करके किनारे मूर्ति लगाने से नहीं काम चलता। आनन-फानन में न पूछो, बताओ और सीधा मूर्ति लगा दो, उससे अच्छा संदेश नहीं जाता। आज यह काम सबको साथ लेकर परमिशन लेकर किया है। हमने पूरी परमिशन के साथ अंबेडकर साहब की मूर्ति लगाई है।
पिता की मूर्ति के विवाद पर कसा तंज
ऐसे में पायलट भी नहीं चूके और गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पंजाब में दलित सीएम बना है, तो यहां भी दलितों को पूरा सम्मान मिले। उन्होंने कैबिनेट विस्तार की बात छेड़ी और कहा कि कैबिनेट में दलित मंत्री की खाली हुई जगह को जल्द भरा जाए। भंवरलाल मेघवाल को याद करते हुए कहा कि वे पहले मंत्रिमंडल में दलित मंत्री थे, लेकिन अब वे हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने कहा कि मेघवाल ने दलितों के लिए बहुत काम किए। पायलट ने राजनीतिक नियुक्तियों में भी पिछड़ों और दलितों को शामिल करने की बात कही।
समारोह में लगे पायलट को सीएम बनाने के नारे
अंबेडकर की मूर्ति के अनावरण समारोह में सचिन पायलट समर्थकों ने उन्हें सीएम बनाने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की। पायलट समर्थक बीच बीच में कई बार नारेबाजी करते रहे। कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व सहप्रभारी सचिन तरूण कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम का मैसेज दिल्ली तक जाएगा। आज के कार्यक्रम में बामनवास विधायक विधायक इंद्रा मीणा और निवाई विधायक प्रशांत बैरवा की मौजूदगी भी चर्चा का विषय रही।