जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट को लेकर बड़ा बयान दिया है। सीएम गहलोत ने पूर्व पीसीसी चीफ पायलट के केन्द्र में मंत्री बनने की बैकग्राउंड का राज खोला है। गहलोत ने बताते हुये कहा कि उन्होंने ही सचिन की सिफारिश की थी। गहलोत ने कहा कि उन्होंने आज तक इसकी चर्चा किसी से नहीं की। सीएम गहलोत ने कहा कि मेरी कोशिश हमेशा से 36 कौम को एक साथ लेकर चलने की रही है। गुर्जर समाज को आरक्षण देने में कांग्रेस सरकार की अहम भूमिका रही है।
पायलट के केंद्र में मंत्री बनने की दिलचस्प किस्सा
सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को सीएमआर में लोगों को संबोधित करते हुए इस बात का खुलासा किया। उन्होंने सचिन पायलट के केन्द्र में मंत्री बनने के पीछे की कहानी का दिलचस्प वाकया शेयर किया। गहलोत बोले उस समय सचिन पायलट को केन्द्र में मंत्री बनाने में मैंने मदद की थी। गहलोत ने कहा कि जब मैं दूसरी बार मुख्यमंत्री बना था तब राजस्थान में कई जगह जातीय संघर्ष था।
गुर्जर और मीणा समाज में सद्भाव के लिये उठाए कई कदम
गहलोत पूर्व में वसुंधरा सरकार ने आरक्षण की मांग कर रहे गुर्जरों पर गोली चलवाई थी। उसमें 74 गुर्जरों की मौत हो गई थी। राजस्थान में उस शासनकाल में एक ही जगह पर फायरिंग की घटना हुई थी। गुर्जर-मीणा के बीच जातीय संघर्ष बन गया था। दोनों समाजों में एकता और सद्भाव के लिए भी मैंने कई कदम उठाए थे।
केन्द्र को पायलट के नाम की सिफारिश की
गहलोत ने बताया कि राजस्थान में उस समय लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 20 सीटें मिली थी। तब पार्टी ने केंद्र में मंत्री बनाने के लिए मुझसे कई नाम मांगे थे। सीएम गहलोत ने कहा कि मैंने केंद्रीय नेतृत्व को उस समय मीणा समाज से नमोनारायण मीणा का नाम दिया था। लेकिन मेरा मानना था कि गुर्जर समाज से भी कोई मंत्री बनना चाहिए। इसलिए मैंने सचिन पायलट के नाम की सिफारिश की।