जयपुर। राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। चांदना ने सीएम के प्रधान सचिव कुलदीप राका पर विभागों में कब्जा करने का बड़ा आरोप लगाया है। अब इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है। चांदना ने अपने एक ट्वीट में सीएम गहलोत ने कहा कि उन्हें जलालत भरे मंत्रीपद से मुक्त करें। खेल एवं युवा मामलात राज्य मंत्री अशोक चांदना के ट्वीट ने सियासी हलचल मचा रखी है।

मुख्यमंत्री ने ने दिया बड़ा बयान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जब चांदना के इस्तीफे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- ग्रामीण ओलंपिक के आयोजना का बड़ा भार उनके ऊपर आया हुआ है। हो सकता है टेंशन में आ गया हो। कोई कमेंट कर दिया, उसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। उनसे बातचीत करके देख लेंगे। अभी तो पता नहीं, मेरी उनसे बात भी नहीं हुई है। मुझे दिखता है कि दबाव में काम कर रहा है। इतनी बड़ी जिम्मेदारी आ गई है उनके उपर, देख लेंगे।

डेमेज कंट्रोल की कोशिश में गहलोत
गहलोत ने चांदना के इस्तीफे की पेशकश को गंभीरता से नहीं लेने की बात को डेमेज कंट्रोल की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। गहलोत ने इसे बहुत मामूली मामला बताकर हल्के में लेने का मैसेज देने का प्रयास किया। राज्यसभा चुनावों से ठीक पहले अशोक चांदना ने जिस तरह मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका को निशाने पर लिया है, उससे ​सरकार का पर्सेप्शन खराब हुआ है। गहलोत के ताजा बयान को इसी पर्सेप्शन को बदलने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।

चांदना ने कुलदीप रांका पर लगाए गंभीर आरोप
अशोक चांदना ने अपने ट्वीट में लिखा कि मुख्यमंत्री जी मेरा आपसे व्यक्तिगत अनुरोध है कि मुझे इस जलालत भरे मंत्री पद से मुक्त कर मेरे सभी विभागों का चार्ज कुलदीप रांका को दे दिया जाए, क्योंकि वैसे भी वे ही सभी विभागों के मंत्री हैं। जानकारों की मानें तो चांदना कुलदीप रांका के दखल से नाराज हैं। इस वजह से उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की है।