जयपुर। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच कई दिनों से चली आ रही सियासी लड़ाई शांत होती दिख रही है। दरअसल, अगले हफ्ते राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा प्रदेश में एंट्री करने वाली है। उससे पहले पार्टी महासचिव वेणुगोपाल तैयारियों का जायजा लेने जयपुर पहुंचे। वेणु ने पहले बंद कमरे में दोनों को मिलवाया, फिर मीडिया के सामने गहलोत-पायलट के हाथ खड़े करवाकर कहा- दिस इज राजस्थान कांग्रेस। हम पूरी तरह एक हैं।
सबको बता है गहलोत और पायलट की जंग
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव से शुरू हुई अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की ये जंग किसी से छुपी नहीं है। चाहे आप खुलेआम निजी चैनल को दिए गए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इंटरव्यू तो सुन लें या फिर सचिन पायलट और उनके सहयोगियों के तरफ से दिये गये बयानों को आधार बना लें।
क्या सच में सुलझ गया मामला
माना जा रहा था कि राहुल गांधी की भारत छोड़ों यात्रा के राजस्थान पहुंचने से पहले मामला सुलझा लिया जाएगा। लेकिन क्या सच में मामला सुलझ चुका है, ये कहना बेमानी होगी। क्योंकि जिन मुद्दों पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तलवारें खिंची थी वो जस के तस हैं।
बंद कमरे में हुआ समझौता
कांग्रेस के बीच आने वाले विधानसभा चुनाव 2023 में चेहरे की लड़ाई है। आज भी दोनों ही गुटों की तरफ से एक दूसरे को लेकर बयानबाजी जारी है। हालांकि कि ये संभव है कि जब तक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में चलेगी तब तक ये बयानबाजी थम जाए। हो सकता है केसी वेणुगोपाल ने बंद कमरे में कुछ घंटे चली मीटिंग में दोनों को ये बात समझाई भी हो।
बयानबाजी करने वाले नेताओं की प्रदेशाध्यक्ष से रिपोर्ट मांगी
वेणुगोपाल ने एडवाइजरी के बाद बयानबाजी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई के सवाल पर कहा- मेरे निर्देश के बाद किस-किस नेता ने स्टेटमेंट दिए हैं, मैंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से स्पष्टीकरण मांगा है। एक्शन होगा।
521 किलोमीटर यात्रा का पॉइंट टु पॉइंट रूट जल्द फाइनल होगा
राहुल गांधी की झालावाड़ से लेकर अलवर जिले में करीब 521 किलोमीटर की यात्रा का पॉइंट टु पॉइंट रूट प्लान जल्द फाइनल होने के आसार हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मंत्रियों ने पूरे रूट का जायजा लिया है। यात्रा राजस्थान में 18 दिन रहेगी। आपको बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 4 दिसंबर से लेकर 21 दिसंबर तक प्रदेश में रहेगी। यात्रा राजस्थान के सात जिलों से होकर गुजरेगी।