जयपुर, 5 फरवरी। राजस्थान ललित कला अकादमी तथा जेकेके की सहभागिता से आयोजित किया जा रहे 23वें कला मेले के तीसरे दिन रविवार को विजिटर्स का अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। रविवार का दिन होने से बड़ी संख्या में कलाप्रेमियों ने मेले की विजिट की और कला की बारीकियों को समझा। साथ ही यहां प्रदर्शित की जा रही कलाकृतियों को भी खरीदने में भी खासा रुझान देखने को मिला।

शिल्पग्राम में बिहार के आर्टिस्ट विनोद पंडित द्वारा सैंड कास्टिंग का लाइव डेमोंस्ट्रेशन दिया गया, जिसमें ऑन स्पॉट सैंड कास्टिंग जरिए अलग—अलग मूर्तियां बनाई गई। राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष लक्ष्मण व्यास ने बताया कि राज्यभर से आए कलाप्रेमियों ने इसे लाइव देखा। यह प्रक्रिया बेहद मेहनत मांगती है। सैंड कास्टिंग आर्ट के लाइव डेमोंस्ट्रेशन का मुख्य उद्देश्य युवा कलाकारों को इस कला के प्रति प्रेरित करना है।

साथ ही राष्ट्रीय चित्रकला शिविर में देशभर के ख्यातनाम कलाकार लाइव पेंटिंग्स बना रहे हैं। इस शिविर में दिल्ली के मनीष पुष्कले जयपुर के प्रसिद्ध जल महल के लैंडस्केप पर कार्य कर रहे हैं। राजस्थान की पुरानी इमारतों पर कलाकृतियां बनाने वाले पुष्कले यहां कैनवास पर ऑयल कलर्स से बना रही अपनी इस रचना में जल महल की जल राशि व रोशनी को जीवंत रूप दे रहे हैं। मल्टीमीडिया पर काम करने वाले दिल्ली के मुकेश शर्मा शिविर में मिक्स मीडिया पेंटिंग बना रहे हैं। इसमें वे वर्तमान को इंतिहास के साथ संयोजित कर रहे हैं और मानव जीवन में तकनीक की अहम भूमिका और इस पर निर्भरता को रंगों के जरिए कैनवास पर उकेर रहे हैं।

इसी प्रकार आर्टिस्ट हर्षवर्धन स्वामीनाथन अपनी पेंटिंग में ट्रायंगल की खूबसूरती को अपने नजरिए से दर्शा रहे हैं। मैथ्स बैकग्राउंड वाले हर्षवर्धन स्वामीनाथन इस कृति में ट्रायंगल को एक फॉर्म के रूप में उपयोग कर रहे हैं। मुंबई के औदुंबर रुद्रवार पेपर पर वाटर कलर्स के जरिए स्वयं की खोज कर रहे हैं। आगरा की कृति सक्सेना एक्रिलिक पेंटिंग बना रही हैं, जिसमें वे नेचर के साथ अपनी फीलिंग को कनेक्ट कर रही हैं। वहीं आर्टिस्ट रामगोपाल कुमावत को माउथ स्प्रे के जरिए पेंटिंग बनाते हुए देखा जाना भी विजिटर्स के लिए एक नया अनुभव रहा। इसी क्रम में आर्टिस्ट अखिलेश ने कलर्स को ही अपनी पेंटिंग का विषय बनाया है और कैनवास पर ऑरेंज व मेजेंटा, दो कलर्स के जरिए होली पर आधारित पेंटिंग बना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यह चित्रकला शिविर 7 फरवरी तक चलेगा।

सैंड कास्टिंग, क्ले आर्ट व लाइव आर्ट से भी जुड़े कलाप्रेमी —

कला मेले के तहत रविवार को क्ले आर्ट का प्रदर्शन भी किया गया, जहां प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री अर्जुन प्रजापति के पुत्र सुनील प्रजापति द्वारा लाइव पोर्टेट बनाया गया। कला संवाद में साहित्यकार डॉ. राजेश व्यास व वरिष्ठ कलाकार प्रो. विद्यासागर उपाध्याय ने कला के विविध पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कला का संवाद से चाहे कोई रिश्ता ना हो, मगर संदर्भ समझाए बिना कला की जानकारी आम जन तक पहुंचाना संभव नहीं है।

शाम को शिल्पग्राम में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसमें राजकी, पूरणनाथ व सपेरा पार्टी की ओर से भवई व कालबेलिया लोक नृत्य पेश किए गए। ममता सपेरा ने मोरचंग, खड़ताल व पुखराज राणा ने ग्रामीण भवई की मनमोहक प्रस्तुति दी।