राजस्थान की राजधानी जयपुर की निशानेबाज अपूर्वी चंदेला ने कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता है। यह कॉमनवेल्थ गेम्स में यह भारत का 16वां और राजस्थान की ओर से पहला पदक है। इसे मिलाकर भारत की झोली में कुछ 17 पदक हो गए हैं। अपूर्वी ने यह पदक एयर राइफल राइफल शूटिंग में जीता है। खबर आते ही अपूर्वी के घर मिठाई बांटी गई। राजस्थान की बेटी के पदक जीतने पर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सहित अशोक गहलोत, सचिन पायलेट और खेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह ने टविट कर बधाई दी है।
A proud moment for #Rajasthan as our very own @apurvichandela bags bronze in women’s 10m Air Rifle! Keep it up champ!#CWG2018India #IndiaRising
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) April 9, 2018
इसी स्पर्धा में भारत की मेहुली घोष ने सिल्वर पदक जीता है। इससे पहले अपूर्वी चंदेला 2012 में सीनियर नेशनल में स्वर्ण, 2014 विश्व कप में रजत, 2015 विश्व कप में कांस्य और 2016 स्वीडन ग्रांप्री में दो स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
उनके के पिता का कहना है कि जब वह अपूर्वी को जयपुर की शूटिंग रेंज लेकर गए तो उनकी पहली पसंद पिस्टल शूटिंग थी लेकिन अपूर्वी को राइफल शूटिंग पसंद आई और इसी दम पर उसने स्वीडन में विश्व रिकॉर्ड बना दिया। बेटी का शूटिंग के प्रति इंटरेस्ट देख अपूर्वी के पिता ने घर में ही 10 मीटर राइफल प्रैक्टिस करने के लिए घर के कमरे में एक छोटा शूटिंग रेंज बनवा दिया।
ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2018, 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता के महिला वर्ग में राजस्थान की बेटी अपूर्वी चंदेला के कांस्य पदक जीतने पर बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं।#GC2018 pic.twitter.com/787mFt1tHa
— Sachin Pilot (@SachinPilot) April 9, 2018
अपूर्वी को खिलाड़ियों की ऑटोबायोग्राफी पढ़ने का शौक है। इन दिनों वह माइकल फेल्प्स की ऑटोबायोग्राफी पढ़ रही हैं। सचिन तेंडुलकर, अभिनव बिंद्रा सहित कई खिलाड़ियों की ऑटोबायोग्राफी भी पढ़ चुकी है।
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