जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव परिणाम तीन दिसंबर को घोषित हो गया। परिणाम जारी होने के बाद सप्ताह बाद भी भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री चेहरा का ऐलान नहीं किया। सीएम चयन के लिए हाईकमान ने 3 पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया। अब तीनों पर्यवेक्षक- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सरोज पांडे और विनोद तावडे जल्द ही केंद्रीय नेतृत्व का मैसेज लेकर राजस्थान आएंगे। इस बीच पूर्व सीएम वसुंधरा राजे गुट के अंता विधायक कंवरलाल मीणा ने कहा है कि हमारा विश्वास वसुंधरा राजे में है। वसुंधरा राजे को ही सीएम बनाया जाना चाहिए। उन्हें सीएम नहीं बनाने का कोई कारण नजर नहीं आता हैं। इसके साथ ही उन्होेंने कहा कि संगठन सर्वोपरि है।
बाड़ेबंदी की खबरों का किया खंडन
सीएम को लेकर चल रही सियासी हलचल के बीच बाड़ेबंदी की खबरे सामने आई है। लॉबिंग के आरोपों के दौरान कंवरलाल मीणा का नाम चर्चा में आया था। किशनगंज विधानसभा से विधायक ललित मीणा के पिता पूर्व विधायक हेमराज मीणा ने कहा था कि ललित को लेने पहुंचा तो अंता विधायक कंवर लाल मीणा ने ललित को ले जाने से रोका था। कंवर लाल मीणा ने पहले सांसद दुष्यंत सिंह से बात करने के लिए कहा।
‘वसुंधरा राजे पर हमारा विश्वास’
कंवरलाल मीणा ने कहा कि हम बीजेपी, संगठन, कमल के फूल की तरफ हैं। लेकिन आत्मा की आवाज से पूछा जाए तो हमारा विश्वास वसुंधरा राजे में है। उन्होंने कहा कि वे दो बार मुख्यमंत्री रही है। उनके मुकाबले पार्टी में कोई अनुभवी नेता नहीं है। उन्हें सीएम बनाया जाता है तो झालावाड़ के लिए खुशी की बात होगी। हालांकि संगठन का जो भी आदेश होगा वो ही सर्वे मान्य होगा।
वसुंधरा राजे हैं प्रबल दावेदार
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ही राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार हैं। बीजेपी ने अभी तक इस पदे के लिए अपने फैसला का ऐलान नहीं किया है। अन्य शीर्ष दावेदारों में पूर्व सांसद दीया कुमारी (विद्याधर नगर से निर्वाचित विधायक), बाबा बालक नाथ (तिजारा निर्वाचन क्षेत्र से विजयी), और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (झोटवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र से विजेता) शामिल हैं। टॉप दावेदारों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हैं, जो पिछली दो बार पार्टी के राज्य में सत्ता में रहने के दौरान इस पद पर रह चुकी हैं।