राजस्व लोक अदालत-न्याय आपके द्वार अभियान प्रदेशवासियों के लिए एक राहत की दिशा का रास्ता साबित हो रहा है। यहां कई पीढ़ियों से चल रहे मामलों का तुरंत निपटारा हो रहा है जिससे न केवल प्रार्थी को अपितु अन्य लोगों ने भी राहत की सांस ली है। ऐसी ही दो सफलता की कहानी है राजस्थान के चूरू जिले की जहां गांव लोणा की अंजना कंवर (60) को 50 साल और कालवास निवासी प्रभुलाल जाट को 43 साल बाद अपनी जमीन का मालिकाना हक मिला है। यह दोनों ही इतने साल बाद ही सही लेकिन अपने साथ हुए न्याय के लिए मुख्यमंत्री वसुन्धरा सहित प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त नहीं थकते हैं।
असल में अंजना कंवर ने सुजानगढ पंचायत समिति की ग्राम पंचायत भानीसरिया तेजवतान में बुधवार को न्याय आपके द्वार अभियान के तहत आयोजित राजस्व शिविर में अंजना कंवर पत्नी लादुसिंह ने शिविर प्रभारी दीनदयाल बाकोलिया के समक्ष अपना दर्द बयान कर पट्टा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। शिविर प्रभारी ने तहसीलदार से मौके पर ही जांच रिपोर्ट प्राप्त कर हाथो-हाथ 200 रुपये जमा कर पट्टा जारी करने के निर्देश दिए। अपनी 246 वर्ग गज आवासीय भूमि का 50 वर्षों बाद मात्र 200 रुपये जमा कराने एवं पट्टा मिलने पर वृद्धा का चेहरा बिन बोले अपार खुशी बयान कर रहा था। पट्टा प्राप्त कर वृद्धा की आंखो में अपार खुशी के आंसू छलक पड़े। इस अवसर पर तहसीलदार बृजेश कुमार मंगल, उप प्रधान दीवानसिंह भानीसरिया, ग्राम विकास अधिकारी रामानन्द सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।
इसी तरह, चूरू जिले के कालवास निवासी प्रभुराम जाट का 43 वर्षों से खातेदारी में गलत नाम भूराराम दर्ज होने से पीड़ित प्रभुराम सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए दर-दर भटक रहा था। न्याय आपके द्वार अभियान के तहत तारानगर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत कालवास में बुधवार को आयोजित राजस्व शिविर में उपस्थित होकर पीड़ित प्रभुराम ने शिविर प्रभारी (एसडीएम) इन्द्राज सिंह के समक्ष अपना नाम शुद्धिकरण का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर अपनी पीड़ा बताई।
इस पर शिविर प्रभारी ने मौके पर ही तहसीलदार राजेन्द्र सिंह शेखावत को जांच करा रिपोर्ट देने को कहा। रिपोर्ट के आधार पर शिविर प्रभारी ने खातेदारी में प्रभुराम का नाम शुद्धिकरण कर खातेदारी का हक दे दिया। प्रभुराम खातेदारी में अपना सही नाम पाकर खुशी बयान कर रहा था कि राज्य सरकार ने तो मुझे घर बैठे गंगा स्नान करा दिया। इस अवसर पर कानूनगो भागीरथ कांगड़ा, गिरदावर, पटवारी सहित मौजिज ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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