भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए यहां पधार रहे हैं। कार्य समिति की कई महत्वपूर्ण बैठकें लेने के साथ राजस्थान विधानसभा चुनाव-2018 की रणनीति पर चर्चा भी करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज (शनिवार) को जयपुर आ पहुंचे हैं। शाह दिल्ली से सांगानेर एयरपोर्ट उतरे और यहां से कार द्वारा जेएनएन मार्ग होते हुए आगे बढ़े। उनके स्वागत में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह मंच बनाकर उनका जोश के साथ स्वागत किया। हालांकि शाह कार से नहीं उतरे लेकिन हाथ हिलाकर सभी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन स्वीकार किया। अमित शाह का यह राजस्थान दौरा सभी कार्यकर्ताओं के दिलों में जोश फूंकने का काम करेगा। अमित शाह जयपुर में सबसे पहले नारायण सिंह सर्किंल स्थित भट्टारजी की नसिया पहुंचेगे और यहां भगवान दिगम्बर जैन के दर्शन करेंगे। उसके बाद पार्टी कार्यालय की ओर रवाना होंगे।
बता दें, शाह आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों के तहत भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में शामिल होने के लिए यहां पधार रहे हैं। कार्य समिति की कई महत्वपूर्ण बैठकें लेने के साथ विधानसभा चुनावी रणनीति पर चर्चा भी करेंगे।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयपुर पहुंचते ही पार्टी विधायकों, सांसदों, मंत्रिमंडल के सदस्यों, जिला अध्यक्षों, पार्टी से जुड़े अग्रिम संगठनों यथा भारतीय जनता युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, एससी/एसटी मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारियों और अन्य विशेष आमंत्रित लोगों की दो दिवसीय कार्यसमिति बैठक के समापन सत्र को संबोधित करेंगे। इस दौरान शाह सोशल मीडिया से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और संगठन की बैठकों में भी हिस्सा लेंगे।
इन 10 अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
1. राजस्थान का चुनावी रोडमेप। किस तरह से लड़ा जाएगा विधानसभा चुनाव। कांग्रेस को घेरने की रणनीति पर जरूरी विचार होगा।
2. चुनाव के लिए समिति का गठन और संभावित नामों पर चर्चा।
3. प्रदेश में जातिगत समीकरण पर चर्चा होगी। बड़ी जातियों को साधने के साथ दलितों को साथ रखना होगा। गुर्जरों व राजपूतों की नाराजगी दूर करने पर होगा ध्यान।
4. लोकसभा चुनावों को लेकर दिल्ली में हुई बैठक में जो निर्णय हुए थे, उनकी वर्तमान स्थित पर नजर होगी।
5. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के प्रस्तावित दौरे पर विचार-विमर्श।
6. प्रदेश के विभिन्न मुद्दे जिनपर कार्य किया जा रहा है और किया जा सकता है।
7. संगठन की टीम में फेरबदल किया जाना निश्चित है। ऐसे में किन नए लोगों को जगह मिलती है और किन पुरानों को वापस बुलाया जाता है, दोनों बातों पर चर्चा होगी।
8. संगठन के आगामी कामकाज पर नजर होगी।
9. बूथ स्तर पर संगठन की मजबूती पर ध्यान दिया जाएगा। इससे संबंधित रणनीति तैयार होगी।
10. विस्तारक योजना की अब तक की रिपोर्ट पर बहस होगी। योजना को अधिक प्रभावी बनाने पर भी चर्चा होगी।
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