जयपुर। लोकसभा चुनाव में 25-0 से हार के बाद राजस्थान कांग्रेस ईकाई में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस मामले में कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश के दो नेताओं को नोटिस भी जारी किया है। पहला नोटिस राजस्थान कांग्रेस की महासचिव तथा जयपुर शहर से लोकसभा का चुनाव लड़ने वाली ज्योति खंडेलवाल को थमाया गया है। बता दें कि ज्योति ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर कांग्रेस को हराने के आरोप लगाए थे। खंडेलवाल ने अपनी हार का कारण पार्टी की मीडिया चेयरपर्सन अर्चना शर्मा तथा उनके पति सोमेंद्र शर्मा को बताते हुए कहा कि उन दोनों ने लोकसभा चुनाव में किसी तरह का सहयोग नहीं किया। साथ ही सोमेन्द्र ने अपनी लोबी के कार्यकर्ताओं से प्रचार में हिस्सा नहीं लेने की अपील भी की।

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के सीनीयर नेता धूप सिंह पूनिया पर भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर अनर्गल बयानबाजी का आरोप लगा है। प्रदेश ईकाई में बढ़ रहे तकरार को लेकर इन दिनों एआईसीसी ने भी गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है तथा दोनों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। नोटिस में लिखा गया है कि आप द्वारा मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से संगठन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है। जबकि कांग्रेस हाईकमान द्वारा नेताओं को किसी भी प्रकार की बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दी गई थी। नोटिस में लिखा गया है कि दोनों नेताओं ने हाईकमान की बात को नजरअंदाज कर बेबुनियाद आरोप लगाए जिससे पार्टी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। नोटिस में दोनों की बयानबाजी को अनुशासनहीनता की श्रेणी में बताते हुए 7 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। इस अवधि में अगर जवाब नहीं दिया जाता है तो दोनों नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी उल्लेख किया गया है।

गौरतलब है कि, लोकसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद राजस्थान में लगातार हो रही बयानबाजी के बाद राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेताओं को हिदायत दी थी। उन्होंने पार्टी नेताओं से किसी भी तरीके की बयानबाजी ना करने तथा एक-दूसरे का सहयोग करने की अपील की थी।