प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 फरवरी को टोंक में विजय संकल्प सभा को संबोधित करेंगे, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों को लेकर भारी चूक सामने आई है। दरअसल पुलिस मुख्यालय की पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर ऐसी लापरवाही सामने आई है जिसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में हडकम्प मच गया है। पीएचक्यू ने मोदी की सुरक्षा में एक ऐसे आरपीएस की ड्यटूी लगा दी जिसकी एक माह पूर्व ही मौत हो चुकी है। जानकारी के अनुसार आरपीएस अधिकारी अभय शर्मा की बीमारी के चलते 1 माह पूर्व मौत हो गई है। जब मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लिस्ट जारी हुई तो उसमें शर्मा का नाम अंकित होने से पुलिस मुख्यालय की लापरवाही उजागर हुई है। मोदी के प्रस्तावित दौरे में उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर 8 आईपीएस और 40 आरपीएस अफसरों को महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
रैली की ऐतिहासिक बनाने के लिए भाजपा ने झोंकी पूरी ताकत
मोदी की टोंक रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रदेश भाजपा ने पूरी ताकत झोंक रखी है। भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता घर-घर जाकर रैली में आने के लिए लोगों को निमंत्रण दे रहे हैं। प्रदेश में विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद पीएम मोदी की यह पहली सभा होगी। मोदी लोकसभा चुनाव में मिशन-25 के तहत सभी सीटें जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। साल 2014 की तरह एक बार फिर 2019 में प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटें जीतने को लेकर भाजपा ने कमर कस ली है। साल 2014 में मोदी लहर की बदौलत भाजपा प्रदेश की सभी लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब हुई थी। तब राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार थी। फिलहाल राजस्थान में अब कांग्रेस सरकार है, ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा को लोस चुनाव में 5-10 सीटें कम मिल सकती है। अब देखना होगा कि मोदी की जीत के हुंकार का असर राजस्थान की जनता पर कितना पड़ता है।